Edited By Updated: 24 Apr, 2017 02:07 PM
बस्सी पठाना की अनाज मंडी में पंजाब सरकार खरीदी गई गेहूं की पेमैंट करने व बारदाने का प्रबंध करने में तो पूरी तरह कामयाब रही परंतु
बस्सी पठाना (राजकमल): बस्सी पठाना की अनाज मंडी में पंजाब सरकार खरीदी गई गेहूं की पेमैंट करने व बारदाने का प्रबंध करने में तो पूरी तरह कामयाब रही परंतु खरीद एजैंसियों द्वारा खरीदी गई गेहूं को न उठाने के कारण किसानों एवं आढ़तियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जिसके चलते मार्कीट कमेटी द्वारा तमाम खरीद एजैंसियों के हाथों में नोटिस थमा दिए गए हैं। पंजाब सरकार द्वारा गेहूं का सीजन शुरू होने से पहले दिए गए अखबारी बयानों में कहा गया था कि खरीद के सभी प्रबंध मुकम्मल कर लिए गए हैं तथा 72 घंटे में खरीदी फसल की लिफ्टिंग हर हालात में करवाई जाएगी परंतु यह दावा अखबारी बयान ही बन कर रह गया है।
मार्कीट कमेटी के सचिव बरिन्द्र पाल सिंह से प्राप्त किए गए आंकड़ों के अनुसार स्थानीय अनाज मंडी में पनसप द्वारा 20 प्रतिशत, पनग्रेन द्वारा भी 20 प्रतिशत और एफ.सी.आई. द्वारा 50 प्रतिशत गेहूं की लिफ्टिंग करवाई गई है। बताया जाता है कि खरीद एजैंसियों की ओर से की जा रही लिफ्टिंग की रफ्तार इतनी धीमी है कि मंडियों में बोरियों के अंबार लगने शुरू हो गए हैं। बरिन्द्र पाल सिंह ने बताया कि मार्कीट कमेटी द्वारा तमाम खरीद एजैंसियों को 72 घंटे के अंदर गेहूं की लिफ्टिंग के नोटिस काट दिए गए हैं और अगर उनके नोटिस का पालन नहीं होता तो जुर्माना वसूल किया जाएगा।
आढ़ती राजेश सिंगला व नछतर सिंह का कहना था कि तय समय पर लिफ्टिंग न होने के चलते लेबर व किसानों को भारी परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि लिफ्टिंग न होने के कारण किसानों को नए गेहूं को डंप करने में मुश्किल होती है साथ ही खरीद एजैंसी शॉर्टेज भी डाल देती है जिससे आढ़तियों को नुक्सान होता है। जब इस संबंध में डी.एफ.एस.सी. रूपिन्द्र कौर से बात करनी चाही तो उनसे सम्पर्क नहीं हो सका। विधायक गुरप्रीत सिंह जी.पी. का कहना है कि लापरवाही व कोताही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वह सोमवार को मंडी का निरीक्षण कर लिफ्टिंग के कार्य में तेजी लाएंगे।