Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Sep, 2017 03:46 AM
पंजाब में सबसे बड़े पर्यटन स्थल जिला अमृतसर में रोजाना एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु श्री हरमंदिर साहिब सहित दूसरे धार्मिक....
अमृतसर: पंजाब में सबसे बड़े पर्यटन स्थल जिला अमृतसर में रोजाना एक लाख से ज्यादा श्रद्धालु श्री हरमंदिर साहिब सहित दूसरे धार्मिक और ऐतिहासिक स्थलों के दर्शन करने आते हैं। अमृतसर का अंतर्राष्ट्रीय एस.जी.आर.डी. एयरपोर्ट पूरे पंजाब के यात्रियों को समेटने की क्षमता रखता है, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय मानचित्र पर अंकित अमृतसर एयरपोर्ट मात्र चंद उड़ानों की ऑक्सीजन के सहारे है।
अमृतसर ही नहीं, पूरे पंजाब के लिए भी यह यक्ष प्रश्न है कि अमृतसर एयरपोर्ट से एक भी सीधी उड़ान लंदन (यू.के.) के लिए नहीं है, मजबूरन पंजाब के लोगों को दिल्ली से लंदन की उड़ान लेनी पड़ती है, जिसका फायदा सिर्फ दिल्ली को ही मिलता है। ऐसा नहीं कि लंदन के लिए सीधी फ्लाइट कभी नहीं हुई। एयर इंडिया विमानन कंपनी की उड़ानें अमृतसर से सीधी लंदन जाती थीं लेकिन सियासत के चलते 2011 से यह फ्लाइट बंद कर दी गई है। तब से अब तक 6 साल के लंबे सफर में अमृतसर-लंदन फ्लाइट की मांग उठती रही लेकिन सियासत के आगे सुनवाई नहीं हुई है। -इन्द्रजीत/नीरज, अमृतसर
अमृतसर-लंदन की उड़ान से एयरपोर्ट ने करोड़ों कमाए
5 मई 2005 को अमृतसर एयरपोर्ट से अमृतसर-बर्मिघम की सीधी उड़ान की शुरूआत हुई थी, जो 3 वर्ष चली। इसके उपरांत वर्ष 2008 अक्तूबर में एयर इंडिया विमानन कंपनी ने अमृतसर-लंदन की सीधी उड़ान शुरू की थी। इसके बाद इस उड़ान को अमृतसर से बर्मिघम-टोरंटो-लंदन कर दिया गया था। इससे एयरपोर्ट ने भारी मुनाफा कमाया। वर्ष 2011 में इस उड़ान को बंद कर दिया गया था। इसके बाद 27 मई 2013 को अमृतसर से बॄमघम की उड़ान दोबारा शुरू हुई, परन्तु इस उड़ान का बर्मिघम जाने की बजाय वाया दिल्ली भेजने का क्रम बना दिया गया। इसका पंजाब वासियों ने भारी विरोध किया, किन्तु कई प्रयत्नों के बाद भी इसमें दिल्ली के रूट को तोड़ा नहीं गया।
यात्रियों का बचता है समय
यदि कोई यात्री वाया दिल्ली लंदन पहुंचता है तो उसके 8-10 घंटे अधिक खर्च होते हैं। कई बार यात्रियों को मौसम की खराबी अथवा दिल्ली जैसे एयरपोर्ट की अति व्यस्तता के कारण लंबा इंतजार करना पड़ता है। कई बार यात्री अपनी दूसरी उड़ान भी देरी की वजह से खो देते हैं। दिल्ली से दूसरी उड़ान पकडऩे के उपरांत लंदन से अन्य स्थानों की उड़ान लेनी पड़ती है और घंटों लेट होने के कारण वह उड़ान भी उनके हाथ से निकल जाती है।
लाखों पंजाबी हैं अब एन.आर.आई.
यू.के. अथवा अन्य देशों में बड़ी संख्या में एन.आर.आइज. पंजाबी है। पंजाब की आबादी इस समय 2.79 करोड़ है जबकि इतने ही लोग यू.के., अमरीका, कैनेडा, आस्ट्रेलिया, दुबई, मलेशिया इत्यादि देशों में बस गए हैं। लगभग कुछ को छोड़कर विदेशों से आने वाले लोग दिल्ली एयरपोर्ट पर ही उतरते हैं। एन.आर.आई. जब भी भारत आता है तो उसकी एक ही मांग होती है कि अमृतसर से सीधी उड़ान विदेशों को दी जाए, जिनमें मुख्य तौर पर लंदन और आस्ट्रेलिया की उड़ानें हैं।
इसलिए जरूरी है अमृतसर से सीधी उड़ान
श्री हरिमंदिर साहिब अमृतसर आने वाले यात्रियों के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्थान है। इसके अतिरिक्त जलियांवाला बाग, किला गोङ्क्षबदगढ़, वाघा बार्डर (रिट्रीट सैरेमनी) देखने बड़ी संख्या में लोग आते हैं। बड़ी बात है कि उपरोक्त स्थान विश्व टूरिस्ट मैप में भी अंकित हैं। केवल श्री हरिमंदिर साहिब में ही प्रतिदिन 1 लाख से अधिक श्रद्धालु आते हैं। बड़ी संख्या में लोग विदेशों से आते हैं, जो दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरते हैं। वहां से सड़क अथवा रेल मार्ग से अमृतसर पहुंचते हैं।
पंजाब के अधिकतर यात्री सफर करते थे अमृतसर एयरपोर्ट से
लंदन उड़ान के दौरान पंजाब के बड़ी संख्या में लोग अमृतसर एयरपोर्ट से लंदन जाते थे, क्योंकि अमृतसर से लंदन की सीधी उड़ान उनके लिए लाभदायक थी। अमृतसर एयरपोर्ट पर आने के लिए पंजाब के माझा और दोआबा क्षेत्र के लोगों को मात्र आधे से डेढ़ घंटा तक ही लगता है, जबकि दिल्ली एयरपोर्ट 8 से 12 घंटे की बर्बादी होती थी। लोगों की मजबूरी थी कि उन्हें पंजाब से दिल्ली जाने के लिए अतिरिक्त खर्च करना पड़ता था।
अमृतसर एयरपोर्ट से लाभ लेने वाले क्षेत्रों में अमृतसर शहर, ग्रामीण क्षेत्र, जिला गुरदासपुर, जिला पठानकोट, जिला जालंधर, जिला कपूरथला, जिला होशियारपुर, जिला तरनतारन, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर के लोग शामिल थे। इस सीधी उड़ान के बंद होने से उपरोक्त लोगों को अब वाया दिल्ली सफर करना पड़ता है। दूसरी ओर अमृतसर एयरपोर्ट से जिस किराए की दर से लोग लंदन जाते थे, दिल्ली एयरपोर्ट जाने पर उन्हें अधिक पैसा खर्च करना पड़ता है।