Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Jan, 2018 06:47 PM
पंचायती चुनाव में विरोधियों की गर्दनें काट कर लाने का बयान देने वाले कांग्रेसी नेता पर सरकार की तरफ से कार्रवाई न किए जाने से भड़का अकाली दल आज सड़कों पर उतर आया।
पटियाला (बलजिन्द्र, स.ह., जोसन, राणा): पंचायती चुनाव में विरोधियों की गर्दनें काट कर लाने का बयान देने वाले कांग्रेसी नेता पर सरकार की तरफ से कार्रवाई न किए जाने से भड़का अकाली दल आज सड़कों पर उतर आया। सांसद प्रो. प्रेम सिंह चंदूमाजरा, जिला प्रधान सुरजीत सिंह रखड़ा, विधायक हरिंदरपाल सिंह चंदूमाजरा व जिला प्रधान हरपाल जुनेजा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में अकालियों ने सड़कों पर उतरकर मोती महल की तरफ रोष मार्च किया।
अकाली नेता गुरुद्वारा सिंह सभा में सुबह से ही जमा होने शुरू हो गए और जैसे ही पुलिस को पता लगा तो पुलिस ने एम.पी. चंदूमाजरा, विधायक हरिंदरपाल सिंह चंदूमाजरा, हरप्रीत कौर मुखमेलपुर, वनिंदर कौर लूंबा समेत समूची लीडरशिप को गुरुद्वारा साहिब के अंदर ही नजरबंद कर लिया। लगभग 2 घंटे तक नजरबंद रखा गया। इसी दौरान अकाली नेताओं ने गेट और दीवारें फांदनी शुरू कर दीं।
इसके बाद जब अंदर भीड़ बढ़ती गई तो मौके की नजाकत को देखते हुए पुलिस ने दरवाजा खोल दिया जिसके बाद हजारों की संख्या में अकालियों ने मोती महल की तरफ कूच किया, जिनको पोलो ग्राऊंड के सामने रोक लिया गया। यहां अकालियों ने धरना देकर सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और पंजाब की शांति को भंग करने की कोशिश करने वाले नेता के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की।
दूसरी तरफ जब कुछ अकाली नेताओं की नजरबंदी की खबर पहुंची तो एक जत्था जिला प्रधान सुरजीत सिंह रखड़ा, शहरी प्रधान हरपाल जुनेजा और विष्णु शर्मा के नेतृत्व में गुप्त रास्तों द्वारा वाई.पी.एस. चौक पर पहुंच गया और पुलिस ने उनको वहां ही घेर लिया।