Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Jul, 2017 02:20 PM
फिरोजपुर रोड पर गुरु अंगद देव वैटर्नरी यूनिवर्सिटी के बाहर तेज रफ्तार मर्सीडीज कार की टक्कर से स्कूटर सवार 3 दोस्तों की मौत के मामले में थाना पी.ए.यू. की पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है
लुधियाना (सलूजा): फिरोजपुर रोड पर गुरु अंगद देव वैटर्नरी यूनिवर्सिटी के बाहर तेज रफ्तार मर्सीडीज कार की टक्कर से स्कूटर सवार 3 दोस्तों की मौत के मामले में थाना पी.ए.यू. की पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है लेकिन पुलिस इस बात की गहराई से जांच कर रही है कि हादसे के समय कार कौन चला रहा था। इनमें से घायल तीसरे युवक ने आज डी.एम.सी. में दम तोड़ दिया।
थाना प्रभारी इंस्पैक्टर बृज मोहन ने बताया कि इस मामले में एक युवक को हिरासत में लिया गया है जबकि उसके रिश्तेदार को दिल्ली से लाया जा रहा है जोकि घटना के बाद डर के मारे भाग गया था।
पुलिस इस बात की जांच भी कर रही है कि हादसे के समय कार कौन चला रहा था। क्योंकि हिरासत में लिए गए युवक के बारे में घटनास्थल पर मौजूद पी.सी.आर. के जवानों का कहना है कि उक्त युवक कार नहीं चला रहा था। पुलिस ने मृतक के पारिवारिक सदस्यों को भरोसा दिलाया है कि उनके साथ इंसाफ होगा, जो भी इस मामले में आरोपी होगा, उसके खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। दूसरी तरफ मृतक नौजवानों के परिवारों का कहना था कि जिस नौजवान को पुलिस ने पकड़ा है, कार उस समय वही चला रहा था और वह ही इस घटना के लिए जिम्मेदार है।
देर रात रेलवे स्टेशन के पास परांठे खाने जा रहे थे मर्सीडीज सवार
थाना प्रभारी बृज मोहन के अनुसार अब तक की जांच में सामने आया है कि मर्सीडीज सवार युवक पहले इनोवा में सवार थे। जो पहले लोधी क्लब से बी.आर.एस. नगर अपने घर गए, जहां उन्होंने मर्सीडीज कार ली और रेलवे स्टेशन की तरफ परांठे खाने निकल पड़े। आशंका जताई जा रही कि युवक नशे में थे और हादसे के समय कार ओवर स्पीड थी।
अब मेरा घर कैसे चलेगा
सड़क हादसे में मरे युवाओं की पहचान भगवंत सिंह निवासी राधा कालोनी मेहरबान, मधु शर्मा निवासी हरकृष्ण विहार मेहरबान, अजीम खान निवासी फौजी मोहल्ला के रूप में हुई है। मृतकों की आयु 20 से 24 वर्ष के बीच थी और तीनों कुंवारे थे। पहले ड्राइवरी का काम करने वाले मृतक भगवंत सिंह के पिता बग्गा सिंह ने बताया कि उन्हें तो देर रात आए फोन से पता चला कि सिप्पी का एक्सीडैंट हो गया है। लेकिन जब वह घटनास्थल पर पहुंचे तो बेटे का शव देख पांव तले जमीन निकल गई। भरे मन से बग्गा सिंह ने बताया कि यह उनका सबसे छोटा बेटा था। इसकी कमाई से अब घर चलता था। अब वह किस के सहारे घर को चलाएंगे। अभी तो उन्होंने अपनी बेटी की शादी भी करनी है। उनके 2 बेटे शादीशुदा हैं। जो मेहनत-मजदूरी करके अपने परिवारों का पालन-पोषण करते हैं।
पहले तो यकीन नहीं आया
मधु शर्मा के चचेरे भाइयों ने बताया कि जब उनको इस घटना की सूचना मिली तो पहले तो उनको यकीन नहीं आया। लेकिन जब वह डी.एम.सी. अस्पताल पहुंचे तो उनको यह बताया गया कि मधु अब इस दुनिया में नहीं रहा। मधु शर्मा का एक और भाई व 2 बहनें हैं। घर चलाने में हरसंभव मदद करने वाला मधु अब नहीं रहा, इस बात पर यकीन करने को न तो परिवार का कोई सदस्य और न ही उनके दोस्त तैयार हैं।
डर के मारे मर्सीडीज की नंबर प्लेट उतारी
हादसे के बाद मर्सीडीज कब्जे में लेकर पुलिस रघुनाथ चौकी लेकर गई तो गाड़ी में से उतारी हुई नंबर प्लेट भी मिली। आशंका जताई जा रही है कि पुलिस से बचने के लिए गाड़ी की नंबर प्लेट को उतारने के बाद घटनास्थल से भागने का प्रयास किया गया होगा।
जब तक इंसाफ नहीं मिलेगा, तब तक नहीं करेंगे संस्कार
मृतकों के परिजनों का कहना है कि जिम्मेदार आरोपियों के खिलाफ बनती कानूनी कार्रवाई के तहत मामला दर्ज करके जेल भेजने तक इंसाफ नहीं दिया जाता तब तक अपने बच्चों का संस्कार नहीं करेंगे। पीड़ित परिवारों को इंसाफ दिलाने के लिए मजूदर यूनियनों के नेता हरी सिंह साहनी समेत कई इंसाफ पसंद संगठनों के प्रतिनिधि भी रघुनाथ पुलिस चौकी पहुंचे हुए थे।
अजीम मेहनती नौजवान था
चचेरे भाई अजहर ने बताया कि अजीम बहुत मेहनती था और काम के प्रति हमेशा ही गंभीर रहता था। अजीम के वालद साहिब का देहांत हो चुका है। उसका एक छोटा भाई है। इस हादसे ने तो उनके परिवार को हिला कर रख दिया है।