Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Sep, 2017 09:29 AM
थाना खिलचियां के गांव ठठ्ठिया का रहने वाला दलजीत सिंह लूट की दुहाई देता हुआ पुलिस के पास पहुंचा और दो बाइक सवार लुटेरों द्वारा उससे 80 हजार रुपए लूट ले जाने का मामला दर्ज करने को कहने लगा।
अमृतसर (संजीव): थाना खिलचियां के गांव ठठ्ठिया का रहने वाला दलजीत सिंह लूट की दुहाई देता हुआ पुलिस के पास पहुंचा और दो बाइक सवार लुटेरों द्वारा उससे 80 हजार रुपए लूट ले जाने का मामला दर्ज करने को कहने लगा। उसने पुलिस को बताया कि यह पैसा उसने अपने पहचान वाले से उधार लिया था और किसी को लौटाना था। मामले को सुनते ही पुलिस ने तुरंत जांच शुरू कर दी। मगर कुछ ही समय में पुलिस को पता चल गया कि दलजीत सिंह मनोरोगी है जिसकी दवाई भी चल रही है।
दलजीत के पास 80 हजार रुपए तो थे, मगर वह पैसा अपने घर भूल गया था और उसे यह डर सता रहा था कि वह अपने परिवार वालों को क्या बताएगा। इस कारण उसने पुलिस थाने में जाकर लूट का ड्रामा रच दिया। पुलिस उसे परिवार के सामने ले गई जिसने गांव वालों के सामने अपनी गलती कबूली, जब यह मामला एस.एस.पी. परमपाल सिंह के ध्यान में लाया गया तो उन्होंने दलजीत सिंह की बीमारी के कारण उस पर कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की।
जानकारी के अनुसार दलजीत सिंह दोपहर 3 बजे के करीब खिलचियां थाने में गया जहां उसने पुलिस को कहा कि वह अपने किसी पहचान वाले को 80 हजार रुपए देने के लिए जा रहा था जबकि रास्ते में दो अज्ञात लुटेरों ने उसे घेरा और उसकी राशि छीन ले गए। थाना प्रभारी शमिन्द्र सिंह तुरंत पुलिस बल को लेकर मौके पर पहुंचे जहां आसपास के दुकानदारों से जांच की गई तो ऐसा कोई भी मामला सामने नहीं आया।
इसके उपरांत पुलिस दलजीत सिंह को साथ लेकर उसके घर पहुंची जहां से पता चला कि वह डिप्रैशन का मरीज है। दलजीत सिंह अपने 80 हजार रुपए घर में ही भूल गया था। जिस कारण उसने लूट का ड्रामा रच दिया। उसे यह महसूस हो रहा था कि वह उस पैसे को कहीं खो बैठा है और अब वह अपने परिवार वालों को क्या बताएगा, जिसके उपरांत उसने अपनी गलती मान माफी मांगी।