Edited By Updated: 12 Mar, 2016 04:07 PM
पंजाब और हरियाणा के जल विवाद में शिरोमणि अकाली दल ने अब कांग्रेस हाईकमान को भी घसीट लिया है।
चंडीगढ़ (ब्यूरो): पंजाब और हरियाणा के जल विवाद में शिरोमणि अकाली दल ने अब कांग्रेस हाईकमान को भी घसीट लिया है। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस हाईकमान की प्रतिनिधि कुमारी शैलजा ने राज्यसभा में पंजाब के हितों के खिलाफ आवाज उठाई है।
उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि पंजाब कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अपनी पार्टी के हाईकमान को इस मुद्दे पर पंजाब के पक्ष में नहीं कर सके। ऐसे में क्या कै. अमरेन्द्र सिंह कुमारी शैलजा से इस्तीफा मांगेंगे या खुद इस्तीफा देंगे। उन्होंने कहा कि इससे एस.वाई.एल. के मुद्दे पर कांग्रेस का दोगला चेहरा उजागर हो गया।
एक बयान में हरसिमरत ने कहा कि शैलजा ने राज्यसभा में कहा कि जब भी अकाली सत्ता में आते हैं तो एस.वाई.एल. को और आगे कर देते हैं। स्पष्ट दिखता है कि शिअद-भाजपा हरियाणा की इच्छाओं के रास्ते में रुकावट बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि इससे स्पष्ट हो जाता है कि कांग्रेस एस.वाई.एल. नहर का निर्माण करवाना चाहती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल द्वारा की गई एस.वाई.एल. की जमीन डी-नोटीफाई करने संबंधी घोषणा ऐतिहासिक है। यह दिखाती है कि सिर्फ शिअद-भाजपा सरकार ही पंजाब के पानी की रक्षक है।