Edited By Updated: 22 Sep, 2016 12:21 PM
अब नगर निगम भी हाईटैक होना शुरू हो गया है। नगर निगम की प्रापर्टी टैक्स ब्रांच द्वारा इस बार प्रापर्टी टैक्स भरने संबंधी अलर्ट अब प्रापर्टी टैक्स फार्मों पर पहले भरे
पटियाला (बलजिन्द्र): अब नगर निगम भी हाईटैक होना शुरू हो गया है। नगर निगम की प्रापर्टी टैक्स ब्रांच द्वारा इस बार प्रापर्टी टैक्स भरने संबंधी अलर्ट अब प्रापर्टी टैक्स फार्मों पर पहले भरे गए रजिस्टर्ड नंबरों पर भेजने का फैसला किया गया है। इस मामले में लगभग 50 हजार के करीब एस.एम.एस. भेजे भी जा चुके हैं और अगले कुछ दिनों में रहते लगभग 50 हजार फोन नंबरों पर और अलर्ट भेजे जा रहे हैं। इस अलर्ट के जरिए प्रापर्टी टैक्स संबंधी जानकारी दी जाएगी।
इस संबंधी विस्तार सहित जानकारी देते हुए नगर निगम के कमिश्नर पी.एस. गिल ने बताया कि बिना जुर्माने से प्रापर्टी टैक्स भरने की अंतिम तिथि 30 सितम्बर रखी गई है, जिसको देखते हुए नगर निगम द्वारा पहले शहर के अलग-अलग वार्डों में कैंप लगाए जा रहे हैं। इसमें आज एस.एस.टी. नगर में लगाया गया। इसी तरह कल अंबे अपार्टमैंट में, शुक्रवार को वार्ड नं. 2 में, शनिवार को वार्ड नं. 22 में, सोमवार को वार्ड नं. 10 में और मंगलवार को वार्ड नं. 31 में कैंप लगाए जा रहे हैं। ये कैंप समूचे वार्डों में लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इसके अलावा शनिवार को सुबह 9 से शाम 5 बजे तक और रविवार को 9 व दोपहर 2 बजे तक। इसके अलावा 28 सितम्बर को छुट्टी वाले दिन भी प्रापर्टी टैक्स के लिए कार्यालय सुबह 9 से 5 बजे तक खुला रहेगा।
निगम कमिश्नर ने बताया कि प्रापर्टी टैक्स शहर के लोग काफी दिलचस्पी से भर रहे हैं। इसी महीने में पिछले 20 दिनों में पौने 2 करोड़ रुपए प्रापर्टी टैक्स से इकट्ठे हुए हैं। यह आंकड़ा अगले 10 दिनों में 5 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है। निगम कमिश्नर ने बताया कि जहां तक सर्वे का सवाल है तो अब तक लगभग 25 हजार फाइलों का डाटा कम्प्यूटराइज किया जा चुका है। इन फाइलों को सर्वे स्टाफ फील्ड में लेकर जाएगा और क्रास चैकिंग करनी शुरू करेगा क्योंकि अब तक प्रापर्टी टैक्स लोगों द्वारा अपने स्तर पर दी गई जानकारी के अनुसार ही भरवाया जा रहा है। क्रास चैकिंग के बाद अगर कम पाया गया तो पुराने रिकवरी भरवाई जाएगी और अगर सही पाया गया तो प्रशंसा की जाएगी। यहां यह वर्णनीय है कि प्रापर्टी टैक्स लागू होने के बाद नगर निगम के पास अपना कोई डाटा नहीं है और नगर निगम द्वारा इस संबंधी पहले सर्वे करवाया गया, जोकि सर्वे कम्पनी द्वारा भेजी गई थी और अब फिर से एक कम्पनी को काम अलाट किया गया है जोकि सर्वे के कार्य में लगी हुई है।