Edited By Updated: 31 May, 2016 04:39 PM
योगेंद्र यादव के स्वराज अभियान पर स्वराज पार्टी का एेलान हुअा जिसके एक दिन बाद ...
चंडीगढ़ः योगेंद्र यादव के स्वराज अभियान पर स्वराज पार्टी का एेलान हुअा जिसके एक दिन बाद ही आम आदमी पार्टी (आप) के निलंबित सांसद डॉ धर्मवीर गांधी (पटियाला) और हरिंदर सिंह खालसा (फतेहगढ़ साहिब) ने यू-टर्न लेते हुए कहा कि वे इसके खिलाफ थे।
स्वराज पार्टी के पंजाब प्रधान प्रो.मनजीत सिंह ने डा. धर्मवीर गांधी और हरिन्दर सिंह खालसा का पार्टी के साथ होने का दावा किया था परन्तु अब खालसा ने स्पष्ट किया है कि उन्होंने स्वराज पार्टी का समर्थन देने के बारे में कोई बात नहीं की।
खालसा ने कहा कि कन्वैंशन बारे उन्होंने एक पत्र पर हस्ताक्षर किए थे परन्तु उसमें कहीं भी नई पार्टी बनाने पर उसका समर्थन करने की बात का नहीं लिखा था। रविवार को स्वराज पार्टी बनाने को लेकर ऐलान किया गया था परन्तु स्वराज अभियान के केंद्रीय वक्ता अनुपम का कहना है कि स्वराज पार्टी बनाने का फैसला पार्टी की नीति के आधार पर नहीं लिया गया।
उनका कहना है कि स्वराज अभियान बनाने का उद्देश्य राजनीति का एक विकल्प बनाना था इसलिए स्वराज लहर को पार्टी न बनाने का फैसला किया गया था । इसी तरह डा गांधी ने सफाई देते कहा कि उन्होंने नई पार्टी के लिए शुभकामनाएं दी थी समर्थन नहीं।