Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Jul, 2017 09:06 AM
पटियाला रियासत की महारानी रह चुकीं व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह की माता राजमाता मोहिंदर कौर का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया ।
पटियालाः पटियाला रियासत की महारानी रह चुकीं व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह की माता राजमाता मोहिंदर कौर का अाज राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया जिन्हें कैप्टन ने मुखाग्नि दी। राजमाता के अंतिम संस्कार से पूर्व न्यू मोती बाग पैलेस में उनके अंतिम दर्शनों के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि देने के लिए सी.एम. के एडवाइजर बी.आई.एस. चाहल, विधानसभा अध्यक्ष राणा के.पी. सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्ठल सहित कैप्टन कैबिनेट के सहयोगी व वरिष्ठ कांग्रेस नेता पहुंचे।
16 साल की उम्र में राजमाता की हुई थी शादी
वे 1964 से 67 तक कांग्रेस पार्टी की तरफ से राज्यसभा और फिर 1967 से 71 तक लोकसभा सांसद रहीं। राजनेता के तौर पर भी वह काफी सक्रिय रहीं। मोहिंदर कौर काफी समय से बीमार थीं। मार्च में ब्लड प्रेशर और सांस नली में तकलीफ के चलते कोलंबिया एशिया में भर्ती कराया गया था, फिर वहां से उन्हें पीजीआई शिफ्ट किया गया था। कुछ दिन बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया था लेकिन सोमवार शाम करीब शाम 7.30 बजे उन्होंने पटियाला के मोती महल में आखिरी सांस ली।
14 सितंबर 1922 को मोहिंदर कौर का जन्म लुधियाना में हुआ था। उनके पिता हरचंद सिंह जेजी पटियाला रियासत प्रजा मंडल के मेंबर थे। जेजी सरदार सेवा ठीकरीवाला के सहयोगी व रिश्तेदार भी थे। हरचंद सिंह जेजी को स्टेट से निकाल दिया गया था जिसके बाद जेजी यहां से लाहौर चले गये थे। मोहिंदर कौर ने लाहौर से पढ़ाई की थी। कुछ समय बाद जेजी सुलह महाराजा के परिवार से हो गई थी। सुलह के बाद अगस्त 1938 में 16 साल की उम्र में राजमाता मोहिंदर कौर की शादी महाराजा यादविंदर सिंह से हुई थी। राजमाता मोहिंदर कौर ने साल 1939 में पहली बेटी हेमिंदर कौर (नटवर सिंह की धर्मपत्नी) को जन्म दिया था। इसके बाद बेटी रूपिंदर कौर का जन्म हुआ। कैप्टन अमरेंद्र का जन्म 1942 में और राजा मालविंदर सिंह का जन्म 1944 में हुआ था।