Edited By Updated: 02 May, 2016 01:20 PM
बाल विवाह का संबंध आमतौर पर सामाजिक प्रक्रियाओं से जोड़ा ...
लुधियानाः बाल विवाह का संबंध आमतौर पर सामाजिक प्रक्रियाओं से जोड़ा जाता है ।देश में आधुनिक समय में बाल विवाह गैर-कानूनी है। पर लुधियाना का एक ऐसा भी गांव है यहां बाल विवाह को परंपरा माना जा रहा है। इस परंपरा के नाम पर छोटे ही उम्र में बच्चे का जीवन बर्बाद किया जा रहा है। लुधियाना के गांव रावत में जब बच्चे 5 वीं कक्षा में होते है तो उनकी मंगनी कर दी जाती है। 10 साल के सलमान ने खुशी व्यक्त करते कहा कि उसकी उसके घर के पास रहती लड़की अंजलि से मंगनी हो चुकी है। अब उनकी जल्द शादी हो जाएगी।
गांव रावत के प्राइमरी स्कूल में कक्षा पांचवी के 93 छात्रों में 30 की शादी यां मंगनी हो चुकी है। यहां तक कि गांव के सरपंच के पोते की शादी 14 साल की उम्र में हो चुकी है। गांव के अधिकतर परिवार खेत मजदूर, मोची आदि का काम करते है। बाल विवाह उनकी परंपरा है। कई मामलों में पति-पत्नी दोनों एक ही कक्षा में पढ़ते है।
हम इसके लिए अशिक्षा, गरीबी ,असुरक्षा को जिम्मेदार ठहराएंगे। पर गांव वाले इससे खुश है। सिकरीबंद जाति से संबंधित यह परिवार से पाकिस्तान से पलायन करके आए है। ग्रामीण दर्शन सिंह ने बताया कि औसत उम्र सगाई करने के लिए 5 या 6 वर्ष है। हालांकि अब इसमें गिरावट आई है।उसके 3 बच्चों की सगाई हो चुकी है। पर वह उनकी शादी उच्च शिक्षा प्राप्त करने के बाद ही करेगाय़