Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Dec, 2017 10:47 AM
राज्य के स्कूल शिक्षा विभाग ने 10वीं कक्षा की परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के दौरान सही जवाब को गलत करने वाले 45 अध्यापकों को नोटिस जारी किया है। सरकारी स्कूलों के ये अध्यापक फरीदकोट, श्री मुक्तसर साहिब, बठिंडा, फाजिल्का व मानसा जिलों से...
फरीदकोट (हाली): राज्य के स्कूल शिक्षा विभाग ने 10वीं कक्षा की परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के दौरान सही जवाब को गलत करने वाले 45 अध्यापकों को नोटिस जारी किया है। सरकारी स्कूलों के ये अध्यापक फरीदकोट, श्री मुक्तसर साहिब, बठिंडा, फाजिल्का व मानसा जिलों से संबंधित हैं।
इन अध्यापकों पर आरोप है कि उन्होंने उत्तर पुस्तिकाओं में सही जवाब को गलत किया व कई सवालों के जवाब बिना चैक किए छोड़ दिए। अध्यापकों की इस लापरवाही के कारण न सिर्फ अंकों वाली सूची गलत तैयार हुई बल्कि विद्याॢथयों के कुल अंकों का जोड़ भी गलत हो गया। अध्यापकों की यह लापरवाही इस वर्ष 3 जुलाई को 10वीं के री-चैकिंग के परिणाम से सामने आई थी। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड द्वारा 23 मई को घोषित परिणाम में जो विद्यार्थी फेल थे जब उनकी उत्तर पुस्तिकाओं की री-चैकिंग की तो वह पास निकले।
री-चैकिंग दौरान कुछ विद्यार्थियों के अंक 7 से 50, 2 से 58, 5 से 21, 10 से 60, 1 से 21 हो गए। डायरैक्टर स्कूल शिक्षा विभाग सै. परमजीत सिंह ने कहा कि अध्यापकों की लापरवाही पंजाब सिविल सेवाएं (सजा पर अपीलें) नियमों की उल्लंघना है व आरोपी अध्यापकों को अगले 21 दिनों तक जवाब देने के लिए कहा गया है। वर्णनीय है कि 10वीं व 12वीं कक्षा की प्रत्येक उत्तर पुस्तिका के मूल्यांकन के लिए अध्यापक को अन्य खर्चों सहित क्रमवार 6.25 रुपए व 7.50 रुपए दिए जाते हैं। इस तरह कम समय में अधिकाधिक पुस्तिकाएं जांचने की मानसिकता के साथ काम करने वाले अध्यापक चंद पैसों के लिए विद्याॢथयों के भविष्य के साथ कुठाराघात कर रहे हैं।