Edited By Punjab Kesari,Updated: 06 Jan, 2018 01:18 PM
पंजाब सरकार की तरफ से भले ही अपने चुनाव घोषणा पत्र में किए किसानी कर्ज माफी के वायदे को पूरा करने के लिए कार्य किए जा रहे हैं परंतु इस कर्ज माफी के ऐलान से मजदूर वर्ग को दूर रखा गया है, जिस कारण मजदूरों ने संघर्ष तेज कर दिया है।
श्री मुक्तसर साहिब(तनेजा): पंजाब सरकार की तरफ से भले ही अपने चुनाव घोषणा पत्र में किए किसानी कर्ज माफी के वायदे को पूरा करने के लिए कार्य किए जा रहे हैं परंतु इस कर्ज माफी के ऐलान से मजदूर वर्ग को दूर रखा गया है, जिस कारण मजदूरों ने संघर्ष तेज कर दिया है। उनमें सरकार के इस फैसले प्रति दिनों-दिन रोष बढ़ता नजर आ रहा है। इसी के तहत गांव भुट्टीवाला में कैप्टन अमरेंद्र सिंह के खिलाफ रोष प्रदर्शन पंजाब खेत मजदूर यूनियन के जिला नेता बाज सिंह की अध्यक्षता में किया गया। गुस्साए मजूदरों ने मार्च निकालकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
इस अवसर पर यूनियन के नेता बाज सिंह ने कहा कि लम्बे समय से किसान व मजदूर कर्ज माफी की मांग सरकार से करते आ रहे हैं, ताकि इस कर्ज के बोझ से हो रही खुदकुशियों को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि भले ही किसानों को कर्ज माफी का लाभ देना शुरू कर दिया है परंतु इस कर्ज माफी से मजदूर वर्ग को बिल्कुल दूर रखा गया है, जो मजदूरों से सरकार की वायदा खिलाफी है। उन्होंने कहा कि मजदूरों द्वारा आने वाले समय में संघर्ष को और तीव्र किया जाएगा। इस अवसर पर दर्शन सिंह, कर्म सिंह, मंदर सिंह, बोहड़ सिंह, छोटा सिंह, सुखप्रीत कौर, मनजीत कौर, वीरपाल कौर, मनप्रीत कौर सहित सैंकड़ों मजदूरों ने इस रोष मार्च में भाग लिया।