Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Jan, 2018 12:20 PM
जैसे-जैसे बसंत पंचमी नजदीक आ रही है वैसे-वैसे शहर व आसपास के क्षेत्र में पतंगें उड़ाने का रुझान जोर पकड़ रहा है। वहीं पतंग उड़ाने के शौकीनों द्वारा चाइना डोर का प्रयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है व बाजारों में यह डोर सरेआम बिक रही है।
फरीदकोट (हाली): जैसे-जैसे बसंत पंचमी नजदीक आ रही है वैसे-वैसे शहर व आसपास के क्षेत्र में पतंगें उड़ाने का रुझान जोर पकड़ रहा है। वहीं पतंग उड़ाने के शौकीनों द्वारा चाइना डोर का प्रयोग धड़ल्ले से किया जा रहा है व बाजारों में यह डोर सरेआम बिक रही है। गत सप्ताह चाइना डोर बेचने वाले 3 व्यक्तियों पर केस दर्ज किया गया था। इसके बावजूद चाइना डोर बेचने पर लगाम नहीं लगी। हाल ही में 2 अन्य व्यक्तियों से 40 रोल चाइना डोर बरामद हुए हैं।
गत 15 दिनों में 1 दर्जन के लगभग पक्षी इस डोर का शिकार हो चुके हैं व इनमें से 2 पक्षियों को बीड़ सोसायटी के नौजवानों ने ठीक करके दोबारा उडऩे योग्य भी बनाया है। जिला प्रशासन द्वारा भी इस डोर की बिक्री पर पाबंदी लगाई हुई है। मगर इसके बावजूद बिक्री पर कोई असर नहीं हो रहा। नगर कौंसिल से मिले ताजा आंकड़ों के अनुसार 16 जनवरी को चैकिंग दौरान डोगर बस्ती मेन रोड से 2 दुकानदारों से कौंसिल कर्मचारियों को 40 चाइना डोर (कौंसिल कर्मचारियों के अनुसार हाथ से न टूटने वाली डोर) के रोल बरामद हुए हैं।
सोसायटी ने बचाई कई पक्षियों की जान
बीड़ सोसायटी के नेता गुरप्रीत सरां ने बताया कि डोर के शिकार पक्षी लगातार सामने आ रहे हैं व अब लोग उन्हें फोन कर भी जख्मी पक्षियों बारे सूचना देने लगे हैं। उन्होंने बताया कि वह लोगों से लगातार अपील कर रहे हैं कि चाइना डोर का प्रयोग न करें। उन्होंने पुष्टि की कि गत 15 दिनों में सोसायटी ने चाइना डोर से घायल हुए कई पक्षियों की जान बचाई है।
क्या कहते हैं अधिकारी
इस संबंधी जब नगर कौंसिल के अधिकारियों के साथ सम्पर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि जिला मैजिस्ट्रेट द्वारा चाइना डोर के प्रयोग पर पाबंदी लगाई हुई है व कौंसिल के कर्मचारी लगातार बाजारों में चैकिंग कर रहे हैं।