Edited By Updated: 27 Sep, 2016 10:43 AM
मानवता की सेवा के लिए लंदन से संबंधित संस्था ने पटना के सिख सेवक गुरमीत सिंह को 'सिख सेवा' के अंतगर्त वर्ल्ड सिख अवार्ड के लिए निमंत्रण किया है। आपको बता दें कि बिहार सरकार उनको गुरु गोबिंद सिंह जी के 350 वर्षगांठ में अामंत्रित करने में असफल रही थी।
चंडीगढ़ः मानवता की सेवा के लिए लंदन से संबंधित संस्था ने पटना के सिख सेवक गुरमीत सिंह को 'सिख सेवा' के अंतर्गत वर्ल्ड सिख अवार्ड के लिए अामंत्रित किया है।
आपको बता दें कि बिहार सरकार उन्हें गुरु गोबिंद सिंह जी के 350 वर्षगांठ में आमंत्रित करने में असफल रही थी। गुरमीत सिंह(58) पिछले 25 साल से पटना मैडीकल कालेज तथा अस्पताल ( पी.एम.सी.एच.) के लावारिस वार्ड जहां डॉक्टर भी जाने से कतराते हैं। वहां मरीजों की सेवा करते आ रहे हैं। यह अस्पताल राज्य का प्रमुख स्वास्थ्य केंद्र है। वह मुफ्त में मरीजों को खाना तथा दवाईयां उपलब्ध करवाते हैं। उनका मानना है कि गरीबों की सेवा करना तथा उन्हें खाना उपलब्ध करवाना मानवता का मुख्य फर्ज है।
उन्होंने 19 नवम्बर को लंदन में वर्ल्ड अवार्ड लेने से मना करते कहा था कि उनके जाने के बाद मरीजों की देखभाल कौन करेगा। उनके 4 भाईयों तथा बेटे द्वारा सेवा की जिम्मेदारी लेने के बाद वह जाने के लिए मान गए। इसके बाद उन्होंने लंदन जाने के लिए पासपोर्ट के लिए आवेदन कर दिया है। गुरु नानक देव के उपदेशो में अपनी पूरी आस्था रखने वाले गुरमीत का कहना है कि उनकी शिक्षा मानव सेवा को बढ़ावा देती है। वो लावारिस और आसक्तो के मुंह को ही दान पेटी मानते हैं। उन्होंने कहा कि वह तथा उनके भाई अपनी कमाई का 10 प्रतिशत गरीबों की सहायता के लिए रखते हैं।