Edited By Updated: 17 Sep, 2016 11:28 AM
अमरीका में बनी नई सिख जत्थेबंदी ‘सिख्स पैक’ की ओर से अमरीका व भारत की आर्थिक संधियों को और मजबूत करने की दिशा में काम करने का लक्ष्य रखा गया है।
न्यूयार्क/जालंधर(चांद): अमरीका में बनी नई सिख जत्थेबंदी ‘सिख्स पैक’ की ओर से अमरीका व भारत की आर्थिक संधियों को और मजबूत करने की दिशा में काम करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके तहत यह जत्थेबंदी भारत के फैक्टरी मालिकों व व्यापारियों को अमरीका में निवेश करने व अमरीका के फैक्टरी मालिकों व व्यापारियों को भारत में निवेश करने में मदद करेगी। इसके लिए राजनीतिक सम्बन्ध मजबूत करने के लिए संगठनात्मक तौर पर काम किया जाएगा।
यह शब्द अमरीका के इंडियाना स्टेट की राजधानी इंडियनेपलस में ‘सिख्स पैक’ जत्थेबन्दी के गठन संबंधी जत्थेबन्दी के चेयरमैन गुरिन्द्र सिंह खालसा ने उपस्थिति को सम्बोधित करते हुए प्रगट किए। उन्होंने कहा कि इसके साथ जहां दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत होंगे, वहीं बेरोजगारों को रोजगार के नए अवसर उपलब्ध होंगे। यह सारा कुछ राजनीतिक तौर पर और सरकार के सहयोग से सम्भव हो सकेगा।इस मौके इंडियाना के गवर्नर का चुनाव लड़ रहे रिपब्लिकन उम्मीदवार ऐरिक होलकम व डैमोक्रेटिक उम्मीदवार जाऊन ग्रैग ने विशेष उपस्थिति दर्ज कर नई जत्थेबन्दी के पदाधिकारियों को हाॢदक शुभ कामनाएं दी। उन्होंने अमरीका के लोगों को सिखों की अलग पहचान के बारे अवगत करवाने के लिए धन्यवाद किया। अपने सम्बोधन में दोनों उम्मीदवारों ने आश्वासन दिया कि विजयी होने के उपरांत वे सिखों की रक्षा, सिख धर्म एवं उसके इतिहास को प्रोत्साहन देंगे।
यदि हो सका तो वे स्कूलों के सिलेबस में इसे विषय के रूप में लेकर आने का भी यत्न करेंगे। इस मौके पर गुरिन्द्र सिंह खालसा ने कहा कि उनकी जत्थेबंदी इन चुनावों में अहम योगदान डालेगी एवं चुनावों के लिए 5 लाख डालर देने का भी ऐलान किया एवं बताया कि जत्थेबंदी की ओर से 2020 तक 50 लाख रुपए का चन्दा इकट्ठा करने का लक्ष्य रखा गया है, ताकि जत्थेबन्दी को और मजबूती मिले। उन्होंने कहा कि सिख धर्म में भाईचारे व देश की निष्काम सेवा को हमेशा तरजीह दी जाती है एवं ‘सिख्स पैक’ की ओर से सरकार में हर स्तर पर सिखों के प्रति झुकाव रखने वाले उम्मीदवारों से सम्पर्क कायम किया जाएगा। समारोह में स्थानीय सिख भाईचारे ने भारी गिनती में पहुंच कर उपस्थिति दर्ज की। इस मौके इंडियाना पैलेस के मेयर जौ हैगसैट व कई म्यूनिसिपैल्टियों के मेयर भी उपस्थित थे।