Edited By Updated: 29 Sep, 2016 09:58 AM
नवजोत सिद्धू, बैंस ब्रदर्स के साथ मिलकर आवाज-ए-पंजाब फ्रंट बनाने वाले परगट सिंह ने कहा- ‘मेरा और सिद्दू का आप में जाना तय था।
चंडीगढ़ः नवजोत सिद्धू, बैंस ब्रदर्स के साथ मिलकर आवाज-ए-पंजाब फ्रंट बनाने वाले परगट सिंह ने कहा- ‘मेरा और सिद्दू का आप में जाना तय था। तभी हमें पता चला कि अरविंद केजरीवाल पंजाब का सीएम बनने की ख्वाहिश पाल बैठे हैं। उनके विश्वासपात्र गाजियाबाद से आए 10-15 लोग पंजाब के आप नेताओं के बीच ‘फूट डालो-राज करो’ की पॉलिसी पर चल रहे हैं। यही कारण रहा कि हम आप में शामिल होने से रुक गए।’
परगट ने आगे कहा-‘आप नेताओं को पंजाबियों पर भरोसा नहीं है। यही कारण है कि केजरीवाल खुद यहां सी.एम. बनना चाहते हैं। हमारी आप के कई सीनियर नेताओं से दिल्ली में मुलाकात हुई थी। वहां बातचीत रिकाॅर्ड की गई। ये लोग उस रिकाॅर्डिंग के कुछ हिस्से को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करते हैं।
अहम बात ये है कि केजरीवाल और उनकी टीम के बारे में इतनी बातें कहने के बावजूद परगट को लगता है कि आप से अब भी अलायंस हो सकता है। वे, सिद्धू और बैंस ब्रदर्स आप के साथ अलायंस करें या कांग्रेस का साथ । दोनों पार्टियों से बातचीत का दौर जारी है। परगट ने कहा-ये सही है कि पंक्चर लगाने वालों को ये लोग एमएलए बनाना चाहते हैं, लेकिन वह एमएलए बनकर करेगा क्या? अफसरशाही उसकी चलने देगी क्या?
परगट सिंह ने बताया, नवजोत सिंह सिद्धू 1 अक्टूबर से चुनाव तक कॉमेडी शो से दूर रहेंगे। इसके लिए उन्होंने नोटिस दे दिया है। वे 30 सितंबर तक ही इस शो से जुड़े रहेंगे। इसके बाद सिद्धू लगातार पंजाब में रहेंगे और चुनावी कैंपेन करेंगे। पार्टी न बनाने की बात पर परगट कहते हैं- जब हमने सर्वे किया तो उसमें इसका फायदा अकाली दल को होता दिखाई दिया। इसके बाद सिद्धू ने वोट बंटने से रोकने के लिए पार्टी न बनाने की जगह अलायंस करने का फैसला किया।
वहीं आप कन्वीनर गुरप्रीत सिहं घुग्गी ने कहा, ‘परगट जैसे समझदार आदमी को पता नहीं कहां से ऐसा सपना आ गया। हां, बाहर के कुछ वर्करों ने पंजाब में पार्टी का स्ट्रक्चर खड़ा करने में मदद की है लेकिन रिकॉर्डिंग वाली बात गलत है। जहां तक बात रही इन लोगों के साथ गठजोड़ की तो हमेशा स्वागत है। पंजाब के हित के लिए चाहे ये पार्टी में शामिल हों या बाहर से समर्थन करें, हमें एतराज नहीं है।