भाई-बहन ने मिलकर अपने ही सगे NRI भार्इ से किया घिनौना काम

Edited By Updated: 09 May, 2016 02:12 PM

nri brother

कैसा घोर कलयुग आ गया है, एक भाई-बहन अपने ही सगे भाई के साथ धोखा करने में जरा भी शर्म महसूस नहीं कर

जालंधर (अमित): कैसा घोर कलयुग आ गया है, एक भाई-बहन अपने ही सगे भाई के साथ धोखा करने में जरा भी शर्म महसूस नहीं कर रहे। ऐसा ही एक मामला गत दिवस जालंधर तहसील में सामने आया जिसमें एक सगे भाई की जगह को खुद की जगह बताकर धोखे से उसकी लाखों की जायदाद की रजिस्ट्री करवाकर उसे लूट लिया गया। 

 

मामला उस समय प्रकाश में आया जब एन.आर.आई. भाई ने विदेश से आकर अपनी जायदाद की फर्द निकलवाई तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। कुछ साल पहले अपने पैसों के खरीदा गया मकान राजस्व रिकार्ड में अब उसकी जगह उसकी सगी बहन के नाम पर बोल रहा था। हैरान-परेशान एन.आर.आई. ने मामले की शिकायत अधिकारियों से की जिससे धोखाधड़ी का पता लगा। मामले की जांच एस.डी.एम. कर रहे हैं जो इसकी गहन जांच के पश्चात बनती कार्रवाई करेंगे।

 

क्या है मामला, कैसे की गई धोखाधड़ी : लखबीर सिंह पुत्र हरभजन सिंह ने 1-12-2015 को 6 मरले का एक मकान नं. 164, टावर एंक्लेव फेका नं 3 जिसकी सरकारी कीमत 9.5 लाख बनती थी, की धोखे से अपनी बहन हरमिंद्र कौर पत्नी अमरजीत सिंह निवासी 115, रोज पार्क, गुलाब देवी अस्पताल रोड के नाम पर तबदील मलकीयत के तहत रजिस्ट्री करवाई थी। रजिस्ट्री करवाते समय लखबीर सिंह ने अपनी पहचान बतौर हरजिंद्र सिंह पुत्र हरभजन सिंह बताई थी जबकि असल में हरजिंद्र सिंह उसका सगा भाई है जो एक एन.आर.आई. है। अपने सगे भाई की जायदाद हड़पने के लिए लखबीर सिंह ने खुद को हरजिंद्र बताकर रजिस्ट्री करवाई जिसमें बाकायदा तौर पर हरजिंद्र सिंह बनकर न केवल फोटो करवाई, बल्कि खुद को हरजिंद्र सिंह बताते हुए एक स्व: घोषणा पत्र भी लगाया। इतना ही नहीं लखबीर सिंह ने रजिस्ट्री करवाते समय अपनी जाली आई.डी. भी लगाई। 

 

कैसे पता लगा धोखाधड़ी का, कैसे हुई शिकायत दर्ज : अमरीका में रहने वाले एन.आर.आई. हरजिंद्र सिंह ने टावर एंक्लेव फेका में एक कोठी खरीदी थी जिसके बाद वह कई साल तक अमरीका रहने के लिए चला गया। वापस आने पर जब उसने अपने मकान की रजिस्ट्री अपनी माता के नाम पर करवाने के लिए ताजा फर्द निकलवाई तो उसके होश उड़ गए क्योंकि दिसंबर 2015 में उक्त मकान की रजिस्ट्री हरमिंद्र कौर पत्नी अमरजीत सिंह निवासी 115, रोज पार्क, गुलाब देवी अस्पताल रोड के नाम पर हो चुकी थी जिसका 8-1-2016 को इंतकाल भी दर्ज हो चुका था। अपने साथ हुए इतने बड़े धोखे से आहत हरजिंद्र सिंह ने फौरन तहसीलदार-2 को एक शिकायत पत्र सौंपा जिसके साथ उक्त जायदाद की अपने नाम पर असल रजिस्ट्री, अपने पासपोर्ट की कापी व अन्य दस्तावेज दिए ताकि दोषियों के खिलाफ बनती कार्रवाई करके उसकी जायदाद उसे वापस दिलाई जा सके। अपनी शिकायत में हरजिंद्र सिंह ने रजिस्ट्री और इंतकाल रद्द करने का निवेदन भी किया है। 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!