Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Jan, 2018 01:22 PM
हक की लड़ाई लड़ रही विभिन्न ऑटो यूनियनें अब एकजुट हो गई हैं। देश भगत यादगार हाल में आयोजित बैठक में गठित की गई यूनाइटिड ऑटो रिक्शा वक्र्स ट्रेड यूनियन ने फैसला लिया है कि अगर प्रशासन ने धक्केशाही बन्द कर उनकी समस्याओं का 27 जनवरी तक हल न किया तो 28...
जालंधर: हक की लड़ाई लड़ रही विभिन्न ऑटो यूनियनें अब एकजुट हो गई हैं। देश भगत यादगार हाल में आयोजित बैठक में गठित की गई यूनाइटिड ऑटो रिक्शा वक्र्स ट्रेड यूनियन ने फैसला लिया है कि अगर प्रशासन ने धक्केशाही बन्द कर उनकी समस्याओं का 27 जनवरी तक हल न किया तो 28 जनवरी को सभी ऑटो चालक अपने परिवारों के साथ शहर में जोरदार प्रदर्शन करेंगे।
उल्लेखनीय है कि जिला प्रशासन ने फैसला किया था कि शहर में अब सी.एन.जी. किट वाले ऑटो ही चलेंगे। इसके बाद से ऑटो चालकों का संघर्ष चल रहा है। पिछले कई दिनों से ऑटो चालकों द्वारा विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। आज सभी ऑटो चालकों की बैठक देश भगत यादगार हाल में हुई, जिसमें विभिन्न ऑटो यूनियन के रवि सभ्रवाल, राजीव कपिला, हरचन्द सिंह हैरी, अमरजीत सिंह कलेर, परमजीत सिंह, रोहिय कल्याण, मनप्रीत सिंह तथा पेंडू मजदूर यूनियन पंजाब के जिला सचिव कश्मीर सिंह घुगशौर, शहीद-ए-आजम भगत सिंह क्रांतिकारी एसोसिएशन के महासचिव राकेश वर्मा सहित अन्य लोग मौजूद रहे। बैठक में सर्वसम्मति से यूनाइटिड ऑटो रिक्शा वक्र्स ट्रेड यूनियन का गठन किया गया।
यूनियन नेताओं ने कहा कि समस्याएं सभी की सांझी हैं इसलिए इस लड़ाई में सभी एकजुट होकर काम करेंगे। स्मार्ट सिटी और माननीय उच्च न्यायालय का हवाला देकर जिला प्रशासन ऑटो चालकों के साथ धक्का कर रहा है। उन पर सी.एन.जी. किट वाले ऑटो ही चलाने के लिए दबाव डाला जा रहा है। सभी इस बात के लिए तैयार भी हैं लेकिन जिन ऑटो चालकों ने डीजल ऑटो के लिए कर्ज लिया हुआ है, वे कहां जाएं और डीजल ऑटो का क्या किया जाए। प्रशासन सी.एन.जी. के लिए जोर तो डाल रहा है लेकिन शहर में सी.एन.जी. का एक भी पम्प नहीं है। प्रशासन गरीब ऑटो चालकों से रोजगार छीनने की कोशिश कर रहा है जोकि असहनीय है। यूनियन नेताओं ने फैसला किया कि 28 जनवरी को शहर में सभी ऑटो चालक अपने परिवारों के साथ जोरदार प्रदर्शन करेंगे।देश भगत यादगार हाल में बैठक के पश्चात यूनियन नेताओं ने पुलिस कमिश्नर प्रवीण सिन्हा, डी.सी.पी. राजेन्द्र सिंह व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर अपनी समस्याओं के बारे में अवगत करवाया। यूनियन नेताओं ने कहा कि कमिश्नरेट अधिकारियों ने उनकी बातें ध्यान से सुनीं और जल्द ही इस मामले में समाधान का आश्वासन दिया।