Edited By Updated: 16 Sep, 2016 02:09 PM
नूरमहल स्थित 'दिव्य ज्योति जागृति संस्थान' के प्रमुख आशुतोष महाराज के अंतिम संस्कार मामले में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई हुई।
चंडीगढ़: नूरमहल स्थित 'दिव्य ज्योति जागृति संस्थान' के प्रमुख आशुतोष महाराज के अंतिम संस्कार मामले में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में शुक्रवार को सुनवाई हुई। इस मामले में बनी डाक्टरों की कमेटी ने अपनी रिपोर्ट अदालत को सौंपी लेकिन सरकार की तरफ से आज भी कोई रिपोर्ट पेश नहीं की गई।
उल्लेखनीय है कि अदालत ने डाक्टरों के 3 सदस्यता बोर्ड को डेरे भेजा था, जहां डाक्टरों ने देखा कि महाराज का शरीर पूरी तरह काला पड़ चुका है और ममी की तरह दिखाई दे रहा है। इसकी रिपोर्ट बोर्ड ने आज अदालत के सामने पेश की लेकिन पंजाब सरकार की तरफ से पेश हुए वकीलों ने अदालत से और समय मांगा है, जिसके बाद अदालत ने इस मामले की अगली सुनवाई 9 नवंबर को तय की है।
अदालत ने पंजाब सरकार को सारी रिपोर्ट 16 सितम्बर को पेश करने के भी आदेश दिए हैं। बता दें कि आशुतोष महाराज को डाक्टरों की तरफ से 29 जनवरी, 2014 को मृत घोषित किया गया था। इसके बाद पंजाब के नूरमहल स्थित डेरे में उनकी मृतक देह एक फ्रीजर में रखी हुई है, जिसको अढ़ाई साल से ज़्यादा समय हो चुका है। संस्था का दावा है कि महाराज गहरी समाधि में हैं और किसी समय में वापस लौट सकते हैं, जबकि आशुतोष महाराज का बेटा होने का दावा करने वाले दलीप कुमार झा ने अदालत से अपना डी.एन. ए. टैस्ट करवाने और पिता का अंतिम संस्कार करने के लिए उनकी मृतक देह दिए जाने की याचिका दायर की है।