Edited By Updated: 09 Feb, 2016 01:05 PM
बेबस मां के यह आंसू बीते एक वर्ष से अपने जिगर के टुकडे की याद में इसी तरह लगातार बह रहे हैं।
होशियारपुरः बेबस मां के यह आंसू बीते एक वर्ष से अपने जिगर के टुकडे की याद में इसी तरह लगातार बह रहे हैं। परिजनों को उम्मीद है कि उनका लड़का र्इराक से जरूर वापस आएगा जिन्हें खूंखार आतंकी संगठन आई.एस.आई.एस. ने बंधक बनाया हुआ है।
कमलजीत की ही तरह अन्य 38 पंजाबी युवक आई.एस.आई.एस. के कब्जे में हैं, जिनकी घर वापसी के लिए पीड़ित परिजनों ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से बातचीत की है।
भारतीय विदेश मंत्रालय लगातार कोशिशों में है कि जल्द से जल्द मुसीबत में फंसे भारतीय लोगों को विदेश से वापस लाया जाए, जिससे ग़मों का समुद्र पाली बैठे पारिवारिक सदस्यों को कोई राहत मिल सके।