Edited By Updated: 20 Aug, 2016 01:49 PM
फर्जी ट्रैवल एजेंटों द्वारा युवाओं को डॉलर कमाने ...
अमृतसरःफर्जी ट्रैवल एजेंटों द्वारा युवाओं को डॉलर कमाने के सपने दिखाकर विदेश भेजने का सिलसिला लगातार जारी है। हालांकि आए दिन ऐसे खुलासे होते हैं कि अमुक जगह पर फलां परिवार के लड़के को लाखों रुपए लेकर विदेश भेजा गया और वह वहां पर फंस गया। एजेंट ने पैसे भी नहीं लौटाए।ऐसा ही कुछ हुआ है अमरीका गए गुरदासपुर के युवक अमरजीत के साथ । उसने पंजाब के युवकों कोc वाट्सएप पर दुखड़ा सुनाते हुए सचेत भी किया है।
उसने ताज ह्यूमन राइट्स आर्गेनाइजेशन के प्रधान हरकिशनजीत सिंह तथा हरनेक सिंह को वट्सएप पर आप बीती भेजी है। पंजाब के लोगों को सतश्री अकाल बोल कर वह कहता है कि दो भाई पहले से विदेश में रहते हैं। घर पर मां-बापू और वो था। इसलिए पढ़ाई में ध्यान नहीं गया, बस यही फितूर था कि पढ़-लिख कर क्या करना, एक दिन अमरीका तो जाना ही है। बीबी बिस्तर पर खाना देती थी वहीं पर सो जाया करते थे।
डॉलर कमाने की उड़ान ने फर्जी ट्रैवल एजेंट के चंगुल में फंसाया और जान जोखिम में डाल अमरीका आ गया। करीब 4 माह तक कई मुल्कों में भटके, जेल गए और किसी तरह से अमरीका पहुंचा। यहां भी पहले जेल मिली, फिर काम। वह रोते हुए कहता है कि 12-12 घंटे की ड्यूटी ऊपर से ओवर टाइम, लौट कर आते हैं तो खाना बनाया नहीं तो भूखे सो गए। घर की मौज को याद करते हुए वह कहता है कि काश! परदेस न आते। वह अपने जैसे युवकों को आगाह करता है कि अपने ही मुल्क में रोटी कमाना, विदेश मत जाना।
विदेश में फंसे युवकों के मामलों की पैरवी करने वाले हरकिशनजीत और हरनेक ने बताया कि गुरदासपुर के अमरजीत जैसे और भी कई युवक विदेशों में फंसे हुए हैं, मगर सरकार फर्जी ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है। गुरदासपुर के ही धर्मेंद्र तथा बिक्रम फंसे हैं। माता-पिता ने अपनी छह एकड़ जमीन बेच कर अमेरिका भेजा था। इसके लिए उनके मां-बाप ने 25-25 लाख रुपए दिए।
अब एजेंट न तो पैसे दे रहा है और ना ही उनकी सही जानकारी।