Edited By Updated: 27 Jun, 2016 12:23 PM
देश के करोड़ों लोग अपने बच्चों का शुभ मुहूर्त में विवाह करने में विश्वास रखते हैं।
जैतो (पराशर): देश के करोड़ों लोग अपने बच्चों का शुभ मुहूर्त में विवाह करने में विश्वास रखते हैं। तारा डूबना (शुक्र अस्त) होने से लाखों कुंवारों की शादी को ग्रहण लग गया है, जो आने वाली 10 जुलाई तक जारी रहेगा।
ज्योतिषाचार्य स्व. पंडित कल्याण स्वरूप विद्यालंकार के पुत्र पंडित शिव कुमार शर्मा के अनुसार हिन्दू धर्म की प्रसिद्ध पुस्तक मुहूर्त चिन्तामणि में लिखा है कि जब तारा लगा होगा उस दौरान विवाह, मुंडन, पहली बार किसी देवता या तीर्थस्थल के दर्शन करना, राज्याभिषेक, यात्रा, मूर्ति स्थापना, नए मकान आदि की स्थापना नहीं करनी चाहिए, क्योंकि हिन्दू शास्त्र के अनुसार इन सबकी मनाही है।