Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Mar, 2018 10:29 AM
क्षेत्र के कुछ गांवों में बिजली का बिल पंचायतों तथा गांवों में बनाई गई जलघरों की कमेटियों द्वारा न भरे जाने के कारण पावरकाम विभाग ने कई जलघरों की बिजली सप्लाई ठप्प कर दी है जिसके चलते जलघरों की टैंकियों का पानी बंद हो गया है जबकि बिजली की मोटरों के...
श्री मुक्तसर साहिब(तनेजा): क्षेत्र के कुछ गांवों में बिजली का बिल पंचायतों तथा गांवों में बनाई गई जलघरों की कमेटियों द्वारा न भरे जाने के कारण पावरकाम विभाग ने कई जलघरों की बिजली सप्लाई ठप्प कर दी है जिसके चलते जलघरों की टैंकियों का पानी बंद हो गया है जबकि बिजली की मोटरों के बिल न भरे होने के कारण पावरकाम विभाग ने कई जलघरों की बिजली सप्लाई काटने की तलवार भी लटका दी है। ऐसे में जो जलघर बंद हो गए हैं उन गांवों के लोगों को पुन: खराब व कड़वा पानी पीने के लिए ही मजबूर होना पड़ेगा। जिन गांवों के जलघरों के बिजली के कनैक्शन काट दिए गए हैं, वहां टूटियों के पानी के बिना लोगों में हाहाकार मच गई है क्योंकि ज्यादातर स्थानों पर धरती निचला पानी खराब है, जो किसी उपयोग में नहीं आता। आलम यह है कि लोग इस पानी से नहा भी नहीं सकते, जबकि पशु भी इस पानी को मुंह नहीं लगाते जिस कारण लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
जिन लोगों के पास अपने साधन हैं, वह तो टैंकियों आदि के साथ रजबाहों आदि से पानी ले आते हैं, परन्तु बाकी लोग बेहद परेशान हैं। जानकारी अनुसार गांव महाबद्धर तथा चिब्बड़ांवाली के जलघरों के कनैक्शन पावरकाम विभाग ने काट दिए हैं जबकि लक्खेवाली क्षेत्र से संबंधित जिन गांवों के जलघरों के बिल बकाया हैं, की मोटरों के कनैक्शन काटने की पावरकाम विभाग ने तैयारी कर ली है, उन गांवों में इस क्षेत्र के सबसे बड़े गांव भागसर के अतिरिक्त नंदगढ़, लाल थेड़, खडुंज तथा रोड़ांवाली आदि शामिल हैं। पावरकाम विभाग के लक्खेवाली स्थित एस.डी.ओ. गुरमीत सिंह ने बताया कि उक्त गांवों के जलघरों के कनैक्शन काटने के लिए अनुमति लेने के लिए विभाग के उच्चाधिकारियों को लिख कर भेज दिया गया है।
जलघरों की सप्लाई चालू रखी जाए
लोगों की मांग है कि सरकार जलघरों की मोटरों के बिल माफ करे तथा जरूरी सेवाओं को मुख्य रखते हुए पानी की सप्लाई मुफ्त मुहैया करवाई जाए। पंजाब सरकार को चाहिए कि लोगों की समस्या को ध्यान में रखते हुए बंद किए गए जलघरों को तुरंत चलाया जाए तथा जिन जलघरों की बिजली सप्लाई काटने की तैयारियां की जा रही हैं, उनके कनैक्शन न काटे जाएं। जिक्रयोग्य है कि कुछ गांवों में पंजाब सरकार द्वारा लगाए गए आर.ओ. सिस्टम भी दो-दो वर्षों से बंद पड़े हैं और जब अब जलघर भी बंद हो गए तो स्थिति और भी खराब हो जाएगी।
लोग हो रहे हैं कैंसर व काला पीलिया का शिकार
इस क्षेत्र के लोग हानिकारक तत्व मिला पानी पी-पीकर पहले ही नामुराद बीमारियों कैंसर तथा काला पीलिया आदि से पीड़ित हैं जबकि अनेक लोग मर चुके हैं तथा अनेक लोग डाक्टरों से अपना उपचार करवा रहे हैं। बढ़ रही खतरनाक बीमारियों का मुख्य कारण डाक्टर प्रदूषित पानी को ही बता रहे हैं। सरकार व स्वास्थ्य विभाग आम जनता को सूचित करता है कि हमेशा स्वच्छ पीने वाले पानी का प्रयोग ही करें परन्तु जब लोगों को स्वच्छ पानी न मिले तो वे क्या करें।
सरकार जलघरों की मोटरों के बिल करे माफ
लोगों का कहना है कि राज्य के प्रत्येक गांव में किसानों के ट्यूबवैलों की मोटरों के बिजली के बिल सरकार ने माफ किए हुए हैं तथा यह संख्या लाखों में है। छोटे गांवों में 200 से 300 जबकि बड़े गांवों में 700 से 800 तक ट्यूबवैलों की मोटरें चल रही हैं। यदि इन मोटरों के बिल माफ हो सकते हैं तो क्या एक गांव में एक जलघर की मोटर का बिल सरकार द्वारा माफ नहीं किया जा सकता।
विभाग ने मरा सांप उतार कर डाला पंचायतों के गले में
सरकार के जल सप्लाई एवं सैनीटेशन विभाग ने अपने गले से मरा हुआ सांप उतार कर ग्राम पंचायतों के गले में डाल दिया है। प्रत्येक गांव में गुटबंदी है। जिस कारण लोग जलघर की टूटियों का बिल समय पर पंचायतों को नहीं देते। इसी कारण पंचायतें लाखों रुपए का बिल पावरकाम विभाग के पास जमा नहीं करवा पाती। जिस कारण यह कार्य वापस विभाग को ही दे देना चाहिए।