Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Jan, 2018 10:38 AM
समय की सरकारों व सियासी नेताओं द्वारा जनता से वायदे तो बहुत किए जाते हैं परंतु उन वायदों को पूरा नहीं किया जाता। जिस कारण लोग लंबे समय तक सरकार का मुंह ताकते रहते हैं व सोचते हैं कि शायद हमारी भी कहीं सुनी जाए। कुछ ऐसा ही हाल निकटवर्ती मंडी...
श्री मुक्तसर साहिब(तनेजा): समय की सरकारों व सियासी नेताओं द्वारा जनता से वायदे तो बहुत किए जाते हैं परंतु उन वायदों को पूरा नहीं किया जाता। जिस कारण लोग लंबे समय तक सरकार का मुंह ताकते रहते हैं व सोचते हैं कि शायद हमारी भी कहीं सुनी जाए। कुछ ऐसा ही हाल निकटवर्ती मंडी लक्खेवाली के बाशिंदों का है। अंग्रेजों के राज्य के समय से स्थापित हुई यह मंडी आज भी आजादी के 70 वर्ष बीत जाने के बावजूद विकास पक्ष से अधूरी है व अनेक सुविधाओं से वंचित है।
यदि देखा जाए तो इतना लंबा समय बीत जाने के बावजूद भी उक्त मंडी ने जो उन्नति करनी थी, वह नहीं की। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने उक्त मंडी में 2 बार आकर मंडी निवासियों से यह वायदा किया था कि मंडी लक्खेवाली को मिन्नी चंडीगढ़ बना दिया जाएगा परंतु एक सब तहसील बनाने के अतिरिक्त और कुछ नहीं हुआ। सुंदरता पक्ष से भी मंडी की दशा कोई बहुत अच्छी नहीं है।
नहीं हैं सरकारी अस्पताल
मंडी में सरकारी अस्पताल न होने के कारण यहां स्वास्थ्य सुविधाओं की भी कमी है जिस कारण बीमार व्यक्तियों को दवाई आदि लेने के लिए श्री मुक्तसर साहिब जाना पड़ता है। एमरजैंसी मरीजों व किसी हादसे का शिकार हुए व्यक्ति के लिए यहां कोई स्वास्थ्य सुविधा नहीं है तथा सब कुछ भगवान भरोसे ही चल रहा है।
अनाज मंडी बनाई जाए बाहर
मंडी निवासियों की मांग है कि गेहूं, धान व अन्य फसलों की खरीद के लिए अनाज मंडी को बाहर पंचायती जगह में बनाया जाए, क्योंकि मंडी वाली जगह बहुत कम है, सीजन के समय पूरी जगह फसल से भर जाती है। मिट्टी, धूल उडऩे के कारण लोग परेशान होते हैं व बीमारियां लगने का खतरा बना रहता है वहीं उक्त मंडी में ग्राम पंचायत ही कार्य कर रही है जबकि लोगों की मांग है कि यहां मार्कीट कमेटी बनाई जाए व जो पैसा मार्कीट कमेटी का इकट्ठा होगा, वह मंडी के विकास पर लगाया जाए।
खंडहर बन चुकी है पुलिसथाने की इमारत
स्थानीय पुलिस थाना गत करीब 4 दशकों से एक घर में ही चल रहा है जबकि यह इमारत खंडहर बन चुकी है। बारिश के दिनों में यहां पानी भर जाता है। लोगों की सुरक्षा करने वाले पुलिस कर्मचारी यहां स्वयं भी सुरक्षित नहीं। यहां पुलिस थाने की आधुनिक सुविधाओं वाली सरकारी इमारत बनाने की जरूरत है।
सब-तहसील में कमियां
भले ही तहसील तो यहां मौजूद है परंतु यहां आने वाले लोगों को सुविधाएं बहुत कम मिलती हैं, क्योंकि यहां न तो कोई स्टाम्प मिलता व न ही कोई टिकट मिलती है। मंडी के बाहर नंदगढ़ रोड पर बनी सब-तहसील में से फिर वापस लोग मंडी में ही आते हैं, जहां से महंगे भाव पर टिकट तो मिल जाती है परंतु स्टाम्प लेने के लिए 20 किलोमीटर दूर श्री मुक्तसर साहिब जाना पड़ता है।
बिजली बोर्ड के कार्यालय में खटक रही है कमी
पंजाब में पावरकॉम विभाग की मंडी लक्खेवाली के सिवाय अन्य कहीं भी सब-डिवीजन नहीं है व सभी जगहों पर डिवीजनें ही हैं। मंडी निवासियों की पहली मांग तो डिवीजन बनाने की है व दूसरी इस कार्यालय में स्टाफ की भारी कमी खटक रही है जबकि करीब 15 गांव इसके अधीन आते हैं। कर्मचारियों की कमी के कारण अक्सर कार्य अधूरे ही रह जाते हैं, जबकि इस समय जो कर्मचारी हैं, उन पर कार्य का बहुत बोझ है व कार्यालय की इमारत भी खंडहर बनी पड़ी है।
लड़कियों का कालेज बनाने की मांग
इस क्षेत्र के सभी गांवों के लोगों की लंबे समय से मांग है कि लड़कियों के पढऩे के लिए मंडी लक्खेवाली में कालेज बनाया जाए, ताकि वे लड़कियां भी पढ़-लिख सकें, जिनके गरीब अभिभावक अपनी बेटियों को बाहरी कालेजों में पैसे की कमी के कारण नहीं भेज पाते, वहीं उक्त मंडी में धरती का निचला पानी पीने लायक नहीं है व कड़वा है। पीने के लिए लोग या तो आर.ओ. वालों से मोल पानी लेते हैं या मंडी के बाहर से पानी लेकर आते हैं।
क्या कहना है लोगों का
मंडी के निवासी लाल सिंह बराड़, जसवीर सिंह, सुखदेव सिंह, परमजीत सिंह, धनवंत सिंह व नरेन्द्र कुमार मदान आदि ने सरकार से मांग की है कि अनेक सुविधाओं से वंचित पड़ी इस मंडी की सुध ली जाए व यहां के लोगों को सभी आधुनिक सुविधाएं मुहैया करवाई जाएं।