Edited By Updated: 16 Oct, 2015 09:21 AM
फरीदकोट के गांव बरगाड़ी में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी को लेकर सिख जत्थेबंदियों द्वारा किए गए पंजाब बंद के दौरान भटिंडा में उस समय स्थिति तनावपूर्ण हो गई
भटिंडा (परमिंद्र): फरीदकोट के गांव बरगाड़ी में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी को लेकर सिख जत्थेबंदियों द्वारा किए गए पंजाब बंद के दौरान भटिंडा में उस समय स्थिति तनावपूर्ण हो गई जब सरङ्क्षहद नहर के पुल पर लगाए गए धरने के दौरान पूर्व जत्थेदार ने अकाली दल (अ) के जिला अध्यक्ष की दाढ़ी तक नोच डाली। वहीं सिख संगठनों ने भटिंडा-फरीदकोट सड़क पर चक्का जाम किया हुआ था।
इस दौरान अपने कुछ समर्थकों के साथ फरीदकोट की ओर जा रहे पूर्व जत्थेदार ज्ञानी बलवंत सिंह नंदगढ़ धरने पर पहुंचे। संगठनों के धरने को देखते हुए उन्होंने गाड़ी पीछे रोक ली व प्रदर्शन का नेतृत्व करने वालों में शामिल शिअद (अ) के जिला अध्यक्ष परमिंद्र सिंह बालियांवाली से बातचीत की।
इस दौरान जत्थेदार नंदगढ़ ने कह दिया कि धरने प्रदर्शन करने से कोई फायदा नहीं होगा। यह सुनकर सिख संगत भड़क गई व लोगों ने नंदगढ़ का विरोध शुरू कर दिया। जत्थेदार नंदगढ़ ने धरना हटाकर उनकी गाड़ी निकलवाने की मांग की लेकिन प्रदर्शनकारियों ने उन्हें निकलने नहीं दिया। इस बात पर जत्थेदार नंदगढ़ की परमिंद्र सिंह बालियांवाली तथा कुछ अन्य प्रदर्शकारियों के साथ हाथापाई हो गई व नंदगढ़ ने परमिंद्र सिंह बालियांवाली की दाढ़ी नोच दी। भड़के सिख वर्करों ने नंदगढ़ के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
मौके पर मौजूद डी.एस.पी. जनक सिंह ने जत्थेदार नंदगढ़ को वहां से निकालकर उनकी गाड़ी में बिठाया तो प्रदर्शनकारी उनकी गाड़ी के आगे लेट गए व गाड़ी को गुजरने नहीं दिया। आखिरकार जत्थेदार नंदगढ़ को भटिंडा शहर की ओर ही वापस लौटना पड़ा।