Edited By Updated: 01 Oct, 2016 09:57 AM
भारत-पाकिस्तान में बिगड़े हालात के बाद प्रशासन द्वारा हाई अलर्ट घोषित करने के बाद सीमावर्ती लोगों की रात दहशत में गुजरी।
अमृतसर(नीरज): भारत-पाकिस्तान में बिगड़े हालात के बाद प्रशासन द्वारा हाई अलर्ट घोषित करने के बाद सीमावर्ती लोगों की रात दहशत में गुजरी। अमृतसर के डिप्टी कमिश्नर ने सरहदी पट्टी का दौरा कर हालात का जायजा लिया है। डिप्टी कमिश्नर वरुण रूजम ने जिला परिषद काम्पलैक्स में बैठक के दौरान अधिकारियों से कहा किप्रशासन हर तरह की स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है। सीमावर्ती गांवों के लोगों के लिए सारे प्रबंध किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि अटारी और अजनाला की सरहदी पट्टी वाले गांवों के लोगों के लिए जिले में अलग-अलग स्थानों पर 15 राहत केन्द्र स्थापित किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि अतिरिक्त जिलाधीश जनरल के कार्यालय में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है जिसका नंबर 2226363 है। किसी भी कठिनाई की घड़ी में लोग इस नंबर पर संपर्क स्थापित कर सकते हैं।
चाहे भारतीय सीमा से 10 कि.मी. तक गांव खाली करने के आदेश दिए जा चुके हैं, वहीं सीमावर्ती गांवों में रहते पुरुषों ने अपने परिवार की महिलाओं और बच्चों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया है परन्तु स्वयं गांवों में ही रहने का फैसला लिया है। उनका कहना है कि वे गांव छोड़ कर नहीं जाएंगे और भारतीय सेना का सहयोग करेंगे।
वहीं सैक्टर खेमकरण में दहशत का माहौल बना हुआ है। प्रशासन द्वारा सीमावर्ती इलाकों को खाली करने के दिए गए निर्देश के बाद लोग अपने बच्चों व परिवारों समेत अपने-अपने रिश्तेदारों के पास चले गए हैं। रात में लोगों की नींद उड़ी रही। अधिकांश लोगों ने अपने छोटे-छोटे बच्चों व बुजुर्गों को सीमा से पीछे पहुंचाना ही ठीक समझा जिस कारण दूर-दूर बैठें रिश्तेदारों के फोन की घंटियां सारा दिन बजती रहीं। बेशक कई लोग अपना सामान भी वाहनों पर ढोकर सीमा से पीछे जा रहे हैं लेकिन फिर भी मेहनत व पसीने से बनाए अपने घरों में से निकलना उन्हें बहुत कठिन लग रहा है।