Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Feb, 2018 01:54 PM
नगर निगम में कर्मचारियों को वेतन न मिलने पर सांझा संघर्ष मोर्चे के सदस्य कमिश्नर सोनाली गिरि से मिले।इस दौरान सांझा संघर्ष मोर्चे के प्रधान सुरिन्द्र टोना, सफाई मजदूर यूनियन के प्रधान संजय खोसला, सुरिन्द्र शर्मा सोनू, नगर निगम तालमेल दल के प्रधान...
अमृतसर(रमन): नगर निगम में कर्मचारियों को वेतन न मिलने पर सांझा संघर्ष मोर्चे के सदस्य कमिश्नर सोनाली गिरि से मिले।इस दौरान सांझा संघर्ष मोर्चे के प्रधान सुरिन्द्र टोना, सफाई मजदूर यूनियन के प्रधान संजय खोसला, सुरिन्द्र शर्मा सोनू, नगर निगम तालमेल दल के प्रधान हरजिन्द्र वालिया ने कमिश्नर को बताया कि पिछले समय में जो तबादले हुए थे, उनके क्लर्क अपनी सीट पर काम नहीं कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि न तो पैंशन का काम हो रहा है, न ही पी.एफ. का व न ही उनका वेतन मिल रहा है।
कर्मचारियों को वेतन न मिलने के कारण समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस दौरान कमिश्नर गिरि ने मौके पर सभी क्लर्कों को बुलाकर उन्हें फटकार लगाई व दो टूक शब्दों में सख्ती से निर्देश दिए कि किसी कर्मचारी का वेतन नहीं रुकना चाहिए, न ही कोई पैंशन का काम। यदि रजिस्टर नहीं मिल रहा या और कोई बहाना लगाया तो उसकी खैर नहीं है। बहाने लगाने बंद करें व काम में लग जाओ, नहीं आगामी समय में कार्रवाई होना तय है।
यूनियन के सदस्यों ने कहा कि पिछले समय में सरकार द्वारा एक पत्र जारी किया गया था कि 2005 से कर्मचारियों की पैंशन लागू की जाए। उन्होंने कहा कि इस नियम को पटियाला यूनिवॢसटी में लागू कर दिया गया है पर हमारे यहां लागू नहीं हुआ। वहीं उन्होंने कहा कि 2012 में सीवरेज बोर्ड के कुछ कर्मचारी निगम में आए थे जिसमें 13 कर्मचारियों को सभी लाभ मिल गए हैं व 21 के अभी भी पैंङ्क्षडग पड़े हैं। कमिश्नर गिरि ने उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी जायज मांगों पर ध्यान दिया जाएगा।
कमिश्नर के तेवर देख कर्मचारी घबराए। कमिश्नर सोनाली गिरि मंगलवार को काफी गुस्से में थीं, जहां उन्होंने क्लर्कों की क्लास लगाई, वहीं उन्होंने शहर में सफाई को लेकर भी सख्त निर्देश दिए। कई कर्मचारी तो उनके तेवर देख आफिस के बाहर से ही लौट गए। क्लर्कों की जब क्लास लगी तो बाहर आकर क्लर्कों ने कहा कि यूनियन वाले भी मैडम का मूड देखकर बात नहीं करते, हमारी फ्री में क्लास लगवा दी।