Edited By swetha,Updated: 22 Jan, 2019 08:58 AM
छतबीड़ जू में हुए हादसे के बाद चिडिय़ाघर के अधिकारियों का कहना है कि एशियन शेर जोड़े युवराज और शिल्पा के आदमखोर बनने के संकेत नहीं हैं और उन्हें 3-4 दिन तक निगरानी में ही रखा जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि घटनास्थल के समय पर्यटकों को लॉयन सफारी में...
जीरकपुर(स.ह.): छतबीड़ जू में हुए हादसे के बाद चिडिय़ाघर के अधिकारियों का कहना है कि एशियन शेर जोड़े युवराज और शिल्पा के आदमखोर बनने के संकेत नहीं हैं और उन्हें 3-4 दिन तक निगरानी में ही रखा जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि घटनास्थल के समय पर्यटकों को लॉयन सफारी में घुमाने लेकर जाने वाली बस के ड्राइवर ने युवक को रोकने की कोशिश जो कथित रूप में बाड़े की दीवार और जाली फांद कर अंदर आया था।
चिडिय़ाघर के फील्ड डायरैक्टर एम. सुधाकर ने बताया कि पहले 8 फुट की दीवार, फिर 22 फुट ऊंची जाली को युवक फांदकर अंदर पहुंचा था। वहां पर्यटकों को घुमा रहे बस के ड्राइवर जोनी ने युवक को बचाने की कोशिश भी की। मगर शिल्पा व युवराज ने उस पर हमला कर दिया। युवक को मारने के बाद भी इस शेर जोड़े युवराज और शिल्पा को आदमखोर नहीं कहा जा सकता, क्योंकि उसने युवक को खाया नहीं। सुधाकर के मुताबिक शेरों ने सिर्फ उनके बाड़े में आने पर युवक पर हमला किया और उसे मार दिया।
जंगल में नहीं, जू में ही पैदा हुए थे शेर
एशियन शेर जोड़े को फिलहाल नजरबंद कर दिया गया है, जिसने रविवार को युवक को मार डाला था। एम. सुधाकर ने बताया कि जू में रखे 4 शेर शेरनियों को बना बनाया खाना खाने की आदत है। वे चिडिय़ाघरों के ही माहौल में ही पैदा हुए हैं। अगर जंगल में पैदा हुए होते तो उनमें वैसे गुण आते। उन्होंने बताया कि युवराज और शिल्पा ने सोमवार को खाना रोजमर्रा की तरह न खाकर लेट खाया था, लेकिन आज दोनों का बिहेवियर नॉर्मल था।