Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Nov, 2017 08:16 AM
रेलवे ट्रैक पर खड़े होकर तस्वीर ङ्क्षखचवाने के शौक ने आज राघोमाजरा के रहने वाले एक परिवार के इकलौते चिराग की जान ले ली। मृतक की पहचान मुकुल दत्त (21) पुत्र बाली दत्त निवासी राघोमाजरा के रूप में हुई। मुकुल का पिता पिछले 17 वर्षों से पहले ही लापता.....
पटियाला (बलजिन्द्र) : रेलवे ट्रैक पर खड़े होकर तस्वीर खिंचवाने के शौक ने राघोमाजरा के रहने वाले एक परिवार के इकलौते चिराग की जान ले ली। मृतक की पहचान मुकुल दत्त (21) पुत्र बाली दत्त निवासी राघोमाजरा के रूप में हुई। मुकुल का पिता पिछले 17 वर्षों से पहले ही लापता है व वह अपने दादा व माता के साथ रह रहा था। उसकी एक बहन भी है। मुकुल सरकारी महिंद्रा कालेज की मैस अपने दादा के साथ मिल कर चलाता था। सुबह वह 9 बजे के लगभग अपने किसी दोस्त के साथ घर से गया और 11 बजे के लगभग उसके दोस्त का फोन उसकी मां को आया, जिसमें उसने पूरी घटना बारे बताया।
परिवार को मुकुल के दोस्त ने बताया कि मुकुल दत्त माल रोड स्थित राज्य स्तरीय लाइब्रेरी के पिछली तरफ ट्रैक पर खड़ा होकर तस्वीर खिंचवा रहा था। इसी दौरान उसको पता नहीं लगा कि कब ट्रेन आई व ट्रेन ने मुकुल को अपनी चपेट में ले लिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। यहां वर्णनीय है कि शहर के 21 नंबर से 19 नंबर फाटक के बीच बड़े स्तर पर ऐसे हादसे होते हैं। यह एक ऐसा क्षेत्र है, जहां ट्रेन के आने की आवाज नहीं आती, लिहाजा कई हादसे इसी तरह अचानक हो जाते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार इस क्षेत्र की धरती को गूंगी धरती के नाम से जाना जाता है।