Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Dec, 2017 08:47 AM
पंजाब एससी और महिला आयोग ने बरनाला में मारपीट की शिकार हुई दलित महिला खिलाफ दिए बयान को लेकर आम आदमी पार्टी के विधायक सुखपाल खैहरा खिलाफ कड़ा संज्ञान लिया है।
चंडीगढ़(शर्मा) : गत दिनों बरनाला की दलित महिला व अकाली दल नेत्री के साथ हुई मारपीट व अर्धनग्न करने के मामले में पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा द्वारा दिए गए बयान का राज्य अनुसूचित जाति आयोग व पंजाब राज्य महिला आयोग ने कड़ा संज्ञान लिया है। दोनों आयोगों ने सोशल मीडिया पर वायरल हुए व इलैक्ट्रॉनिक मीडिया में खैहरा द्वारा दिए गए बयान का सुओ-मोटो नोटिस लेते हुए मामले पर डी.जी.पी. से रिपोर्ट तलब करने का फैसला लिया है। महिला आयोग की चेयरपर्सन परमजीत कौर लांडरा ने कहा कि खैहरा ने उक्त बयान देकर स्त्री जाति का अपमान किया है। खैहरा या तो राज्य की महिलाओं से अपने इस बयान के लिए बिना शर्त सार्वजनिक रूप से माफी मांगें या फिर कानूनी कार्रवाई का सामना करने को तैयार रहें। उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा शुक्रवार को राज्य के डी.जी.पी. से मामले पर कानून अनुसार कार्रवाई करने तथा जांच की रिपोर्ट आयोग को सौंपने के लिए पत्र लिखा जाएगा।
वहीं राज्य अनुसूचित जाति आयोग के वरिष्ठ सदस्य प्रभ दयाल ने कहा कि दलित महिला के बारे में खैहरा द्वारा की गई अपमानजनक टिप्पणी का आयोग ने कड़ा नोटिस लिया है। आयोग मामले से जुड़े तथ्यों व सबूतों को जुटा रहा है। इन्हीं के आधार पर राज्य पुलिस को एस.सी./एस.टी. एक्ट के तहत कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा।
उल्लेखनीय है कि खैहरा ने उक्त मामले पर अपने बयान में कहा था कि यह महिला ब्लैकमेलर थी, इसी कारण लोगों ने उसे यह सजा दी है। हालांकि खैहरा ने अपने बयान में यह भी कहा था कि लोगों को कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए था जिसके लिए कानून अनुसार उनके विरुद्ध भी कार्रवाई होनी चाहिए।