Edited By Updated: 21 Feb, 2017 05:30 PM
आपने पहले डाकिया डाक लाया, डाकिया डाक लाया तो जरूर सुना होगा, लेकिन अब आपको ताज्जुब होगा जब आपको डाकिया नोट लाया सुनने को मिलेगा। पहले डाकिया डाक के साथ केवल मनीआर्डर करवाई गई रकम का भुगतान करता तो देखा जाता था, लेकिन अब डाकिया लोगों के पैसे की...
लुधियाना (स.ह.): आपने पहले डाकिया डाक लाया, डाकिया डाक लाया तो जरूर सुना होगा, लेकिन अब आपको ताज्जुब होगा जब आपको डाकिया नोट लाया सुनने को मिलेगा। पहले डाकिया डाक के साथ केवल मनीआर्डर करवाई गई रकम का भुगतान करता तो देखा जाता था, लेकिन अब डाकिया लोगों के पैसे की बैंकिं ग सिस्टम की तरह जमा निकासी भी करेगा। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार आर.बी.आई. ने कुछ कंपनियों सहित भारतीय डाक को पेमैंट बैंक का लाइसैंस दे दिया है, जिसके चलते डाकिया अब डाक के साथ उपभोक्ता के बचत खाते में पैसे जमा भी करेगा और भुगतान भी। इसके अलावा मनरेगा की पेमैंट जैसे कई अन्य भुगतान भी किए जाएंगे।
मिलेंगे जी.पी.एस. युक्त कम्प्यूटराइज्ड यंत्र
डाक विभाग पेमैंट बैंक बनने के बाद अपने डाक कर्मियों को जी.पी.एस. युक्त कम्प्यूटराइज्ड हैंड डिवाइस से लैस करेगी, जिसमें एक सिम लगा होगा तथा खाताधारक घर बैठे ही डाक बैंक से मिले अपने पिन कोड को इस डिवाइस के कीपैड में फीड कर पैसे जमा व निकासी कर इसका ए.टी.एम. की तरह इस्तेमाल कर सकेंगे।
इसमें लगे जी.पी.एस. माध्यम से डाकघर में बैठे अधिकारियों को डाकियों की लोकेशन की जानकारी भी मिलती रहेगी। जिसके चलते उपभोक्ता को की गई स्पीड पोस्ट की डिलीवरी का सटीक समय व एंट्री दर्ज हो जाएगी। इसके साथ ही खाताधारक द्वारा किसी खाते में जमा की गई या निकाली गई राशि यंत्र में दर्ज करते ही तुरंत उसे देश के किसी भी स्थान से कहीं पर भी ऑनलाइन सिस्टम के माध्यम से देख सकेंगे।
शिकायतों पर लगेगा पूर्ण विराम
आए दिन कई लोगों द्वारा कथित रूप से डाकियों के मनमर्जी से डाक बांटने की जो शिकायतें की जाती थीं, उन पर पूरी तरह से रोक लग जाएगी क्योंकि डाक सेवा के पेमैंट बैंक के रूप में कार्य शुरू करने के बाद उन्हें मिलने वाली डिवाइज जी.पी.एस. युक्त होने के चलते उनकी सटीक लोकेशन मिलने से ऐसी शिकायतों पर पूर्ण विराम लगने की संभावना है।