Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Jan, 2018 02:37 AM
इस समय देश के उत्तरी राज्यों में पतंगबाजी का जोर है। लोहड़ी पर्व पर होने वाली पतंगबाजी पंजाब में देखने योग्य होती है, वहीं मकर संक्रांति पर भी देश के कुछ राज्यों में पतंगबाजी को शुभ माना जाता है। पड़ोसी देश पाकिस्तान की जनता भी पतंगबाजी की शौकीन है,...
अमृतसर(कक्कड़): इस समय देश के उत्तरी राज्यों में पतंगबाजी का जोर है। लोहड़ी पर्व पर होने वाली पतंगबाजी पंजाब में देखने योग्य होती है, वहीं मकर संक्रांति पर भी देश के कुछ राज्यों में पतंगबाजी को शुभ माना जाता है। पड़ोसी देश पाकिस्तान की जनता भी पतंगबाजी की शौकीन है, लेकिन वहां का कानून इस मामले में बहुत सख्त है, जिस कारण पतंगबाजी के शौकीनों को पतंगें खरीदने व उड़ाने से पहले सोचना पड़ता है।
जानकारी के अनुसार पाक में तांबे को मिक्स कर डोर बनाई जाती है, जो जानलेवा है। विगत 2 वर्षों में यह डोर कई लोगों की जान ले चुकी है, जिस कारण कोर्ट ने पतंगबाजी पर प्रतिबंध लगा दिया है। सूत्रों से पता चला है कि कोर्ट के निर्णय के विरोध में पाक की काइट फ्लाइंग एसो. ने इस संबंधी कोर्ट में रिट की थी तो सुनवाई पर कहा गया था कि पतंगबाजी की अनुमति मिल जाएगी व पतंगबाजी पर प्रतिबंध का फैसला आने के बाद ही पाक की फैक्टरियां में पतंग तैयार होती है व शाह आजम बाजार लाहौर में पतंगे बनाने की 3-4 बड़ी फैक्टरियां हैं। इसके अलावा गुजरांवाला में भी पतंग बनाने की कुछ फैक्टरियां हैं।
जानकारी के अनुसार विगत 2 वर्ष पहले लाहौर की पतंग फैक्टरियों में 3-4 लाख पतंगें जला दी गई थीं। जब फैक्टरी मालिकों ने इसका विरोध किया तो कहा गया कि पतंगबाजी पर प्रतिबंध है, फिर इतनी बड़ी संख्या में पतंगें क्यों तैयार की गईं। पतंग बनाने वालों ने कहा कि हम तो केवल पतंगें तैयार कर रहे हैं, यदि मंजूरी होगी तभी बिक्री करेंगे, लेकिन उनकी किसी ने नहीं सुनी और लाखों पतंगें जला दी गईं।