Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jul, 2017 09:08 AM
पिम्स इंप्लाइका यूनियन की मीटिंग प्रधान नरिंद्र कुमार की अध्यक्षता में हुई जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम एक पत्र लिखते हुए उनसे गुहार लगाई गई
जालंधर (अमित): पिम्स इंप्लाइका यूनियन की मीटिंग प्रधान नरिंद्र कुमार की अध्यक्षता में हुई जिसमें प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम एक पत्र लिखते हुए उनसे गुहार लगाई गई कि पिम्स (पंजाब इंस्टीच्यूट आफ मैडीकल साइंस, गढ़ा रोड जालंधर) को प्रदेश सरकार तुरंत प्रभाव से अपने अधीन लेकर इसे चलाए ताकि आम जनता के साथ-साथ यहां काम करने वाले कर्मचारियों को भी राहत प्राप्त हो सके।
सचिव धॄमद्र कुमार ने बताया कि गत दिवस यूनियन को जानकारी मिली थी कि प्रदेश सरकार ने शहर में एक और मैडीकल कालेज खोलने के लिए डी.सी. को अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है और इसके लिए बाकायदा तौर पर डी.पी.आर. (डिटेल्ड प्रोजैक्ट रिपोर्ट) भी मांगी गई है। इसी बात को लेकर यह आपातकालीन मीटिंग बुलाई गई जिसमें फैसला लिया गया कि सरकार के पास आग्रह किया जाएगा कि नया मैडीकल कालेज खोलने की जगह पहले से ही चल रहे पिम्स को सरकार अपने अधीन लेकर इसे चलाए। इसको लेकर सी.एम. को एक पत्र भेजा गया है।
दोआबा क्षेत्र का इकलौता मैडीकल कालेज होने के नाते इस क्षेत्र के लोगों को इससे काफी उम्मीदें थीं मगर 2013 में वित्तीय संकट के चलते अस्पताल को बंद करना पड़ा था क्योंकि बिजली का बिल नहीं भरा गया था। डाक्टर व अन्य स्टाफ सदस्य हड़ताल पर चले गए थे क्योंकि सोसाइटी के सदस्यों के बीच आपसी मतभेद काफी बढ़ गए थे जिसका खमियाजा मैडीकल छात्रों व मरीकाों को भुगतना पड़ रहा था। 2014 में बिना सही और कानूनी प्रक्रिया अपनाए चैरीटेबल सोसाइटी के सदस्यों ने पिम्स को फोॢटस ग्रुप के हवाले कर दिया मगर उसके बाद भी स्थिति पूरी तरह से सामान्य नहीं हो पाई है इसीलिए यूनियन ने सरकार से मांग की है कि एक नई प्रक्रिया अपनाने की जगह पहले से ही खुले हुए मैडीकल कालेज को अपने अधीन ले क्योंकि पिम्स जैसे इतने बड़े संस्थान को केवल सरकार ही चलाने में समर्थ है इसलिए सरकार को इस संंबंधी जल्द से जल्द फैसला लेना चाहिए।
इस अवसर पर सङ्क्षतद्र कुमार, वीरपाल कौर, विशाल कपिल, गगनदीप सिंह, कंवलजीत कौर, साहिल शर्मा, शेर सिंह, गुरिंद्र सिंह, संदीप कौर, रूपिंद्र कौर, अनमोल, रजनी, इंद्रयास, राकेश कुमार, नीरज कुमार आदि उपस्थित थे।