Edited By Kalash,Updated: 21 Nov, 2023 11:31 AM
मोगा की सीमा से निकलते सतलुज दरिया के किनारे पर बसे गांव कमालके नजदीक पंजाब सरकार द्वारा अधिकारित तौर पर सरकारी रेत खद्यान चलाई जा रही थी
मोगा : मोगा की सीमा से निकलते सतलुज दरिया के किनारे पर बसे गांव कमालके नजदीक पंजाब सरकार द्वारा अधिकारित तौर पर सरकारी रेत खद्यान चलाई जा रही थी तथा अचानक गत रात तब अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया, जब सतलुज दरिया में अचानक बढ़े पानी के स्तर के कारण 11 रेत के ट्राले जो भरने के लिए कतारों में खड़े थे, पानी में डूब गए। देखते ही देखते आधी रात 12 बजे के करीब पानी ने पूर्ण तौर पर ट्रालों को घेर लिया।
थाना धर्मकोट के प्रभारी नवदीप भट्टी ने बताया कि इस संबंधी सूचना मिलने पर पुलिस चौकी कमालके के प्रभारी सुरजीत सिंह तथा मुख्य मुंशी सतनाम सिंह समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे, जिन्होंने प्राइवेट गोताखोरों की मदद से 11 के करीब ड्राइवरों तथा कंडक्टरों को सुरक्षित बाहर निकाला। मुंशी सतनाम सिंह ने इस रेसक्यू ऑप्रेशन में इतनी बड़ी भूमिका निभाई कि वह अपनी नौकरी तथा जान की परवाह किए बिना सतलुज दरिया में कूद गए, जिन्होंने एक-एक करके कई ड्राइवरों को बाहर निकाला। उन्होंने कहा कि रात के अंधेरे तथा ठंड के कारण स्थिति बेहद नाजुक बनी हुई थी तथा इस उपरांत आग जलाकर ड्राइवरों की ठंडक को दूर किया गया।
उन्होंने कहा कि पुलिस को इस संबंधी 112 पर यह सूचना मिली थी कि सतलुज दरिया में पानी के बढ़े स्तर के कारण स्थिति इतनी खराब हो गई है कि टै्रक्टर-ट्रालों को बाहर भी नहीं आने दिया गया। थाना धर्मकोट के प्रभारी नवदीप भट्टी ने पुलिस मुलाजिमों की प्रशंसा करते कहा कि उन्होंने बड़ा हादसा होने से बचा लिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस लोगों की जान-माल की रखवाली के लिए पूरी तरह से वचनबद्ध है।
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