Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Aug, 2017 11:28 AM
मिड-डे मील वर्कर यूनियन द्वारा अपनी मांगों को लेकर संगठन की प्रांतीय अध्यक्ष लखविंद्र कौर की अध्यक्षता में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के सामने धरना दिया गया। उन्होंने पंजाब सरकार पर आरोप लगाया कि वह मिड-डे मील कर्मियों का आॢथक शोषण कर रही है।
श्री मुक्तसर साहिब तनेजा): मिड-डे मील वर्कर यूनियन द्वारा अपनी मांगों को लेकर संगठन की प्रांतीय अध्यक्ष लखविंद्र कौर की अध्यक्षता में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के सामने धरना दिया गया। उन्होंने पंजाब सरकार पर आरोप लगाया कि वह मिड-डे मील कर्मियों का आॢथक शोषण कर रही है।
इस अवसर पर संगठन की जिलाध्यक्ष रमनजीत कौर ने बताया कि हरियाणा में कुक वर्करों को 2500 रुपए, केरल में 6000 रुपए, तमिलनाडु में 7500 रुपए व कुछ केन्द्र शासित प्रदेशों में 9000 रुपए दिए जा रहे हैं, जबकि पंजाब सरकार द्वारा सिर्फ 1700 रुपए दिए जाते हैं और वह भी साल में 12 माह की जगह 10 माह के लिए। इस दौरान जसप्रीत कौर ने कहा कि इन कर्मियों को कोई छुट्टी तक नहीं मिलती, खतरनाक हालातों में कार्य करते होने के बावजूद इन कर्मियों का कोई बीमा नहीं किया जाता व न किसी किस्म की वर्दी दी जाती है। उन्होंने मांग की है कि मिड-डे मील वर्करों को कम से कम उजरत कानून अधीन लिया जाए व मिड-डे मील कर्मियों के लिए छुट्टी, बीमा व वर्दी का प्रबंध किया जाए। अपनी मांगें पंजाब सरकार तक पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री के नाम जिला शिक्षा अधिकारी बलजीत कुमार को मांग पत्र दिया गया।