Edited By Updated: 28 Mar, 2017 03:39 PM
ट्रैफिक नियमों की कुछ लोगों द्वारा धज्जियां उड़ाई जा रही हैं लेकिन ट्रैफिक पुलिस व परिवहन विभाग के अधिकारी धज्जियां उड़ाने वाले लोगों के विरुद्ध
हरियाना (रत्ती): ट्रैफिक नियमों की कुछ लोगों द्वारा धज्जियां उड़ाई जा रही हैं लेकिन ट्रैफिक पुलिस व परिवहन विभाग के अधिकारी धज्जियां उड़ाने वाले लोगों के विरुद्ध कार्रवाई करने में बुरी तरह से अक्षम सिद्ध हो रहे हैं।
प्रैशर हार्न अहम समस्या
आज कल बाइक हो या कार या फिर ओपन जीप या बसें हर किसी वाहन पर प्रैशर हार्न लगा होता है। इन प्रैशर हार्नों से कोई बुजुर्ग या महिला दोपहिया चालक या पैदल राहगीर घबराहट में गिर कर चोटिल भी हो जाते हैं। अक्सर देखने में आया है कि कई मनचले नौजवान जो बिना किसी काम के ही महज गेड़ी मारने बाजारों में बाइक पर निकलते हैं व बिना मलतब एक ही बाजार में कई-कई चक्कर लगाते हैं व उक्त प्रैशर हार्न बजा-बजा कर दुकानदारों, ग्राहकों व राहगीरों को परेशान करते हैं।
बिना नंबर प्लेट के चलते वाहन
बिना नंबर के वाहन चलाना तो जैसे अब फैशन सा हो गया हो, सड़कों में कई वाहन बिना नंबर के देखे जा सकते हैं कहीं नंबर नहीं होता, कहीं आधा नंबर गायब रहता है। कहीं-कहीं नंबर प्लेट या टूटी होती है या फिर नंबर प्लेट गायब ही होती है यदि गाड़ी पर नंबर ही नहीं होगा तो कानून के हिसाब से उस गाड़ी का सड़क पर चलने का कोई अधिकार नहीं। नई गाड़ी है जिसका नंबर अभी नहीं आया है तो उस पर भी टैम्परेरी नंबर लिखा होना अनिवार्य है परंतु बिना नंबर के वाहन सड़कों पर दौड़ रहे हैं व कई लोग वाहन खरीदने के बाद साल-साल तक नंबर नहीं लिखवाते।
ओवरलोड वाहन
ट्रैफिक नियमों का सरेआम उल्लंघन करने में वह लोग भी बढ़चढ़ कर हिस्सा डालते हैं जो मात्र दोपहिया पर तीन, चार लोग बैठा कर चलते हैं जबकि दोपहिया पर 2 लोग ही बैठ सकते हैं। कई बार तो पूरा-पूरा परिवार बाइक पर सवार दिख जाता है परंतु ट्रैफिक चैक करने पर अधिकारी उन्हें भी नजरअंदाज करते हैं। ऐसे ओवरलोड वाहन जहां कानून का उल्लंघन करते हैं वहीं दुर्घटनाओं को भी निमंत्रण देते हैं।
क्यों लागू नहीं हो रहे कानून
यदि ट्रैफिक नियम बनाए गए हैं तो उन्हें लागू करने के लिए ठोस कदम क्यों नहीं उठाए जाते यदि प्रशासन इस तरफ थोड़ा सा ध्यान देना शुरू करे तो कानूनों को ताक पर रखने वालों को कानून मानने के लिए विवश होना पड़ेगा व ट्रैफिक कानून का ढांचा खुद-ब-खुद सुधर सकता है।
क्या कहते हैं SHO
इस समस्या बारे जब थाना हरियाना के प्रभारी यादविन्द्र सिंह बराड़ से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बिना नंबर, प्रैशर हॉर्न व ट्रिपल राइड वालों की चैकिंग पहल के आधार पर हो रही है। जल्द ही इलाका से यह समस्या खत्म कर दी जाएगी।