Edited By Punjab Kesari,Updated: 18 Dec, 2017 01:36 PM
अपने जुड़वा बच्चों को अपने पति के इलाज के लिए दर-दर की ठोंकें खा रही है बाघापुरानी की गगनदीप कौर। जानकारी के अनुसार बाघापुराना के नजदीक 24 नवम्बर को घटित एक सड़क हादसे में अपाहिज हुआ गुरदास सिंह पुत्र बेअंत सिंह अपना इलाज करवाने में असमर्थ है।
बाघापुराना(चुटानी): अपने जुड़वा बच्चों को अपने पति के इलाज के लिए दर-दर की ठोंकें खा रही है बाघापुरानी की गगनदीप कौर। जानकारी के अनुसार बाघापुराना के नजदीक 24 नवम्बर को घटित एक सड़क हादसे में अपाहिज हुआ गुरदास सिंह पुत्र बेअंत सिंह अपना इलाज करवाने में असमर्थ है। मजदूरी करके अपने परिवार का पालन-पोषण करने वाले गुरदास के पास कोई सार्थक समर्था नहीं, जिससे वह अपना उपचार करवा सके।
गर्भवती है गगनदीप
गुरदास सिंह की गर्भवती पत्नी गगनदीप कौर अपने 2 छोटे 5 वर्षों के जुड़वा बच्चों को लेकर पति के इलाज के लिए आर्थिक सहायता के लिए दानी सज्जनों से अपील कर रही है। गुरदास का पिता बेअंत सिंह भी बेटे के इलाज के लिए डेढ़ महीने से परेशान है। सरकार द्वारा गुरदास के नि:शुल्क इलाज के लिए दिए गए आश्वासन पर भी अमल न होने कारण उसको फरीदकोट के मैडीकल कालेज द्वारा पी.जी.आई. के लिए रैफर कर दिया गया था, लेकिन वहां उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। आखिरकार परिवार ने उसे लुधियाना के डी.एम.सी. अस्पताल में दाखिल करवा दिया, लेकिन अस्पताल द्वारा बताए गए लाखों के खर्च ने परिवार को झिंझोड़ कर रख दिया है।