Edited By Updated: 28 Mar, 2017 11:14 AM
नगर निगम का इस वर्ष का बजट 29 मार्च को हाऊस की बैठक में पेश होने जा रहा है। कॉर्पोरेशन पर भाजपा का कब्जा है जोकि मौजूदा वि.स. चुनाव के बाद प्रदेश की सत्ता से बाहर हो चुकी है।
पठानकोट(शारदा): नगर निगम का इस वर्ष का बजट 29 मार्च को हाऊस की बैठक में पेश होने जा रहा है। कॉर्पोरेशन पर भाजपा का कब्जा है जोकि मौजूदा वि.स. चुनाव के बाद प्रदेश की सत्ता से बाहर हो चुकी है। वहीं मेयर भी भाजपा से ही संबंधित है। चाहे कांग्रेस के पार्षदों की संख्या कम हैं परन्तु वि.स. चुनाव में रिकार्ड जीत के चलते कम संख्या में होने के बावजूद कांग्रेसी पार्षद पूरी तरह से उत्साहित हैं। भाजपा के पार्षदों की संख्या बहुत अधिक है परन्तु मौजूदा वि.स. चुनाव में अधिकांश भाजपा पार्षद अपने वार्ड हार चुके हैं जहां से कांग्रेस ने लीड ली है इसलिए वे पार्षद होने के बावजूद मानसिक पराजय का शिकार हैं। इन परिस्थितियों में नगर निगम ने जो इस वर्ष का बजट पारित करवाने के लिए तैयार किया है, उसमें अनुमानित आय 4,450 लाख रुपए दर्शाई गई है वहीं खर्च भी इतनी ही राशि का आंका गया है। विकास कार्य के लिए निगम द्वारा 7 करोड़ रखे जाने की उम्मीद है।
अनुमानित आय व उगाही के आंकड़ों में भारी अंतर
बेशक नगर निगम लुभावना बजट पेश करने जा रहा है परन्तु बजट की बजाय बाद में सामने आने वाले असली आंकड़ों से सच्चाई खुद ही सामने आ जाती है। जैसे पिछले वर्ष निर्धारित की गई राशि व बाद में प्राप्त हुई राशि में काफी अंतर था। प्रॉपटी टैक्स में 30 लाख अनुमान से कम आय हुई। रैंट में 6 लाख की कम उगाही हुई। विज्ञापन कर में अभी तक सिर्फ 20 लाख रुपए आए हैं। इस माह 21 लाख आने की उम्मीद की जा रही है जबकि महीना खत्म होने में सिर्फ 4 दिन बाकी हैं। वाटर सप्लाई में 130 लाख रुपए कम आए हैं। सीवरेज में अब तक सिर्फ 90 लाख आए हैं जोकि अनुमानित राशि से 160 लाख रुपए कम हैं।वहीं निगम की सम्पत्तियों की बिक्री से 110 लाख रुपए कम आय हुई है। वैट से मिलने वाली राशि 2,100 लाख की बजाय अभी 1,505 लाख रुपए ही मिली है। अन्य स्त्रोत से 400 लाख कम की राशि निगम को प्राप्त हुई है। इन आंकड़ों से सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि बजट में जो अंदाजा लगाया जाता है, असल में उगाही उससे कहीं कम होती है।
इन स्त्रोत से आएगी निगम को आय
प्रॉपर्टी टैक्स |
310 लाख |
फायर सैस |
13 लाख |
किराए |
55 लाख |
तहबाजारी |
12 लाख |
विज्ञापन कर |
42.16 लाख |
लाइसैंस |
30 लाख |
वाटर सप्लाई |
300 लाख |
सीवरेज |
275 लाख |
अतिरिक्त एक्साइज
ड्यूटी : 250 लाख
चुंगी के बदले मिलने
वाली वैट राशि : 2505 लाख
अन्य आय के स्तोत्र : 657.84 लाख।
निगम के खर्चे
अमले पर खर्च : 2,750 लाख (लगभग 62 प्रतिशत)
कॉन्टीजैंसी : 144 लाख
विकास कार्यों पर
कमिटिड खर्चे : 853 लाख
नॉन-कमिटिड खर्चे : 703 लाख
कमिटिड खर्चों में वाटर सप्लाई, ट्यूवबैल, सीवेरज, बिजली व स्ट्रीट लाइटों के बिलों का भुगतान, पार्कों की देखरेख, दवाइयां, आवारा पशुओं का रख-रखाव शामिल है।