Edited By Urmila,Updated: 29 Dec, 2023 05:20 PM
रोगी का इलाज कर उसकी जान बचाने के बावजूद किसान जत्थेबंदियों का सहारा लेकर डॉक्टर से पांच लाख रुपए ऐंठने का मामला गर्माया जाने लगा।
बठिंडा (विजय): रोगी का इलाज कर उसकी जान बचाने के बावजूद किसान जत्थेबंदियों का सहारा लेकर डॉक्टर से पांच लाख रुपए ऐंठने का मामला गर्माया जाने लगा। आई.एम.ए. के साथ आधा दर्जन से अधिक संगठनों ने प्रेसवार्ता दौरान कहा कि अगर प्रशासन ने जब्री वसूली मामले में कोई संज्ञान नहीं लेता तो आई.एम.ए. के साथ संस्थाए सड़कों पर उतरने से पीछे नहीं हटेगी।
मामला पंजाब कैंसर अस्पताल में ब्लड कैंसर मरीज का साढे़ तीन महीने इलाज करने के बाद रोगी के परिजनों ने निजी अस्पताल में दबाव डालकर उनसे पांच लाख रुपए लिए। रोगी परिवार का कहना है कि उनके बेटे को ब्लड कैंसर नहीं था केवल सैल कम हुए थे जिसकी पुष्टि पीजीआई चंडीगढ़ ने की। डॉक्टर ने 5 लाख आयुष्मान सहित 11.50 लाख रुपए लिए। इस पर डॉक्टर अनुज बांसल ने स्पष्ट किया कि उन्होंने मरीज की जान बचाने के लिए पेशे को मुख नहीं रखा जबकि मानवता की दिखाई ओर रोगी को कैंसर मुक्त किया।
उन्होंने कहा कि इसकी टेस्ट रिपोर्ट अंतर्राष्ट्रीय स्तर की लैब से करवाई गई जिसमें ब्लड कैंसर था। परिवार को भी मालूम था कि मरीज को कैंसर है जबकि पीजीआई की ओपीडी रिपोर्ट में भी ब्लड कैंसर लिखा हुआ था। रोगी परिवार ने किसान यूनियन का सहारा लेकर उनके अस्पताल को घेर लिया तो डॉक्टर ने अपनी जान बचाने व अस्पताल की तोडफ़ोड़ से बचने के लिए समर्थन डॉक्टरों के कहने पर पांच लाख रुपए का भुगतान किया।
उन्होंने कहा कि अगर रोगी परिवार को कोई परेशानी थी तो वह कानूनी कार्रवाई कर सकते थे लेकिन उन्होंने तो कानून को ही अपने हाथ में ले लिया। आई.एम.ए. पंजाब के अध्यक्ष डॉक्टर विकास छाबड़ा ने कहा कि अगर यही हाल रहा तो डॉक्टर पेशा जो लगातार बदनाम हो रहा हैं हड़ताल पर जाने से गुरेज नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि डॉक्टर पहले मरीज की जान बचाता है और बाद में कुछ लोग ऐसे है तो डॉक्टर से पैसे ऐंठ लेते है। महौल को देखते हुए डॉक्टर अनुज बांसल ने दिल पर पत्थर रखकर पांच लाख रुपए का भुगतान किया जो अतिनिंदनीय है। उन्होंने बताया कि इस मामले में पुलिस प्रशासन को शिकायत दी गई है कि आरोपियों पर कार्रवाई कर उन्हें कानून अनुसार सजा दी जाए ओर पैसे वापिस दिलाए जाए। उन्होंने कहा कि अगर डॉक्टर हड़ताल पर चले जाते है तो कितने मरीजों का नुकसान होगा ओर कई बेमौत मारे जाएगे इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता।
डॉक्टर के समर्थन में पहुंचे व्यापार मंडल पंजाब के अध्यक्ष अमित कपूर ने कहा कि डॉक्टर से पैसे ऐंठने का पहला मामला नहीं, पहले भी कई मामले हो चुके है। उन्होंने कहा कि प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। जिस कारण ऐसे मामले बढ़ते ही जा रहे है। उन्होंने कहा कि व्यापार मंडल डॉक्टर के साथ खड़ा है। चैम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष राम प्रकाश जिंदल ने कहा कि पंजाब में अमन कानून नाम की कोई चीज नहीं रही जिस कारण फिरौतियों के साथ जबरी पैसा वसूला जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान व्यापारियों ने किसानों की मदद की थी अब वहीं किसान उन्हें परेशान कर रहे है।
व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष जीवन गोयल ने कहा कि ऐसे मामले बढ़ते ही जा रहे है किसानों की गैर कानूनी हरकतें अब बर्दाश्त से बाहर हो चुकी है। उन्होंने कहा कि सभी व्यापार मंडल व अन्य संगठन एक मंच पर जब तक एकत्र नहीं होते ऐसी घटनाएं बढ़ती जाएगी। गोल्ड समिथ एसोसिएशन के अध्यक्ष द्ववजीत मैरी ने कहा कि डॉक्टर के साथ व्यापारियों का दुर्भाग्य है कि वह लोगों को भला करते है ओर वहीं उन पर पैसे का दबाव बनाने लगते है। उन्होंने कहा कि ऐसे कई मामले देखने को पहले भी मिल चुके है किसान एकत्रित होकर छोटे दुकानदार को भी नहीं बख्शते ओर प्रशासन मूक दर्शन बना रहता है।
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