Edited By Updated: 24 Mar, 2017 08:04 AM
आज बाद दोपहर प्योरी रोड पर स्थित वेयर हाऊस गोदामों में लेबर यूनियन की अध्यक्षता को लेकर माहौल उस समय तनावपूर्ण बन गया जब लेबर ने नए बनाए गए अध्यक्ष को अपनाने से इंकार कर दिया।
गिद्दड़बाहा(कुलभूषण/राठौड़): आज बाद दोपहर प्योरी रोड पर स्थित वेयर हाऊस गोदामों में लेबर यूनियन की अध्यक्षता को लेकर माहौल उस समय तनावपूर्ण बन गया जब लेबर ने नए बनाए गए अध्यक्ष को अपनाने से इंकार कर दिया। इस संबंधी जानकारी देते लेबर यूनियन के कुलदीप सिंह, मिट्ठू सिंह, माली सिंह, काला, बोहड सिंह, छिन्दा सिंह, गुरप्रीत सिंह, तेजी सिंह, जस्सा सिंह, बिन्दर सिंह, जसकरन सिंह, गुरमेल सिंह, हाकम सिंह, तेजा सिंह, बलविन्द्र सिंह, राजवीर सिंह आदि ने बताया कि फूड ग्रेन एंड अलाइड वर्कर यूनियन के अध्यक्ष लखविन्द्र सिंह बदरू ने पंजाब में कांग्रेस सरकार आते ही अध्यक्षता से इस्तीफा दे दिया था और गत दिवस गिद्दड़बाहा के विधायक अमरिन्द्र सिंह राजा वडिंग के एक करीबी रिश्तेदार द्वारा गुरतेज सिंह को उक्त लेबर यूनियन का अध्यक्ष नियुक्त कर दिया था।
गुरतेज सिंह को अध्यक्ष बनाए जाने पर ज्यादतर वर्क रों द्वारा ऐतराज जताया गया जिसके चलते आज उन्होंने गोदामों में धरना दिया है। उन्होंने कहा कि वह अपना अध्यक्ष वोटिंग के द्वारा अपने में से ही चुनेंगे और किसी भी बाहरी व्यक्ति की तरफ से बनाए गए अध्यक्ष को वह किसी भी तरह से स्वीकार नहीं करेंगे। दूसरी तरफ स्थिति तनावपूर्ण होती देख गिद्दड़बाहा के एस.एच.ओ. हरविन्द्र सिंह सरां मौके पर पहुंचे। उन्होंने लेबर को शान्ति बनाए रखने और अध्यक्ष संबंधी मिल-बैठ कर फैसला लेने की अपील की। उधर मौके पर पहुंचे फूड ग्रेन एंड अलाइड वर्कर यूनियन पंजाब के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के लेबर सैल के वाइस चेयरमैन शमशेर सिंह कोटकपूरा ने कहा कि यूनियन के गिद्दड़बाहा ब्रांच में करीब 364 मैंबर ई.पी.एफ. वाले हैं और ये अपना अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारी खुद चुनते हैं परंतु गिद्दड़बाहा के विधायक अमरिन्द्र सिंह राजा वङ्क्षडग के एक रिश्तेदार ने कल धक्के के साथ ही अपने आदमी को (गुरतेज सिंह) उक्त यूनियन का प्रधान नियुक्त कर दिया जिस कारण वर्करों में काफी रोष है।
उन्होंने कहा कि अभी कांग्रेस सरकार को बने कुछ दिन ही हुए हैं और मजदूरों से धक्केशाही शुरू भी हो गई है। यूनियन ने फैसला किया है कि 27 मार्च को पंजाब बाडी की मीटिंग करके उक्त संबंधी मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को अवगत करवाया जाएगा और अध्यक्ष का चुनाव समूह लेबर की सहमति के साथ किया जाएगा। वहीं पूर्व अध्यक्ष बदरू की तरफ से ई.पी.एफ. जमा न करवाए जाने बारे उन्होंने कहा कि यदि इस संबंधी किसी को कोई ऐतराज है तो वह ई.पी.एफ. के भटिंडा स्थित कार्यालय में जाकर इसकी पड़ताल कर सकता है। दूसरी ओर जब इस संबंधी पूर्व अध्यक्ष लखविन्द्र सिंह बदरू के साथ बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि वह यूनियन का पूरा हिसाब-किताब नए अध्यक्ष को देंगे और वर्करों का बनता ई.पी.एफ. जमा करवाया गया है। जहां तक अब नए अध्यक्ष की नियुक्ति का सवाल है वह गलत तरीके के साथ हुई है। अध्यक्ष का चयन समूह लेबर की सहमति के साथ होना चाहिए।
क्या कहते हैं अमरिंद्र सिंह राजा वडिंग के निजी सहायक जसप्रीत सिंह
इस संबंधी जब विधायक राजा वडिंग के साथ बातचीत करनी चाही तो वह दिल्ली में थे और उनके निजी सहायक जसप्रीत सिंह ने बताया कि गुरतेज सिंह की बतौर अध्यक्ष नियुक्ति लेबर द्वारा की गई है और यह चुनाव पूरी तरह निष्पक्ष हुआ है। लेबर के बहुसंख्यक सदस्य गुरतेज सिंह के साथ हैं। इसमें विधायक राजा वडिंग या उनके किसी भी रिश्तेदार की कोई भागीदारी नहीं है और धक्के के साथ गुरतेज सिंह को अध्यक्ष नियुक्त किए जाने के आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं। गत दिन यह भी फैसला किया गया है कि उक्त यूनियन की जो भी आदमन और खर्च होंगे उसका हिसाब कोई भी व्यक्ति ले सकता है और लेबर को मिलने वाली सभी सुविधाएं समूह लेबर को पंजाब सरकार से बराबर लाकर दी जाएंगी और इसमें किसी के साथ भी राजनीतिक पक्षपात नहीं किया जाएगा।