Edited By Sunita sarangal,Updated: 23 Sep, 2021 04:10 PM
चरणजीत चन्नी को पंजाब के मुख्यमंत्री बनाने के बाद जिस तरह कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा लगाऐ गए इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के चेयरमैन, उच्च अधिकारियों से लेकर मुख्य सचिव तक को बदल दिया गया है।
लुधियाना (हितेश): चरणजीत चन्नी को पंजाब के मुख्यमंत्री बनाने के बाद जिस तरह कैप्टन अमरिंदर सिंह द्वारा लगाऐ गए इम्प्रूवमैंट ट्रस्ट के चेयरमैन, उच्च अधिकारियों से लेकर मुख्य सचिव तक को बदल दिया गया है। इसके मद्देनजर बोर्ड/निगम और कमीशन की कुर्सी पर विराजमान पूर्व अधिकारियों पर भी अब खतरे की तलवार लटक रही है। बता दें कि कैप्टन के कार्यकाल दौरान कांग्रेसी नेताओं को सबसे अधिक शिकायत यह थी कि बोर्ड/निगम और कमीशन की कुर्सी पर पूर्व अधिकारियों को नियुक्त किया जा रहा है।
यह मुद्दा हाईकमान तक भी गया, पर अधिकारियों को सेवामुक्त होने से पहले या बाद में महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त करने का सिलसिला कैप्टन सरकार में आखिरी दिन तक जारी रहा। अब चरणजीत चन्नी के मुख्यमंत्री बनने के बाद कैप्टन के करीबी अधिकारियों व चेयरमैन बदलने की जो मुहिम शुरू की है, उसमें अब ओ.एस.डी. की छुट्टी कर दी गई है। जिस कारण आने वाले दिनों में कई पूर्व अधिकारियों की छुट्टी हो सकती है, जो इस समय बोर्ड/निगम और कमिशन की कुर्सी पर विराजमान हैं। जानकारी अनुसार इस श्रेणी में शामिल मुख्य सचिव ने इस्तीफा देने का संदेश एक अधिकारी के अंतर्गत पहुंचा दिया है।
अनिरुद्ध तिवारी की नियुक्ति में मनप्रीत बादल ने निभाई अहम भूमिका
चरणजीत चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने के लिए मनप्रीत बादल की तरफ से नाम देने की चर्चा है। इस तरह ही नई सरकार के फैसले पर भी मनप्रीत का प्रभाव देखने को मिल रहा है। जिसमें अधिकारियों की नियुक्ति का मामला मुख्य रूप में शामिल है। बताया जा रहा है कि अनिरुद्ध तिवारी को मुख्य सचिव बनाने में भी मनप्रीत ने अहम भूमिका निभाई है, क्योंकि तिवारी ने काफी समय उनके साथ वित्त सचिव के तौर पर काम किया है।
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