Edited By Vatika,Updated: 29 Dec, 2023 02:48 PM
जिसके बाद यहां हुए उपचुनाव के दौरान कांग्रेस के सुनील जाखड़ ने इस सीट पर जीत हासिल की।
गुरदासपुर: अदाकार से नेता बने सांसद सनी देओल ने बॉलीवुड में तो अपनी पहचान बना ली है, लेकिन राजनीति में वह कुछ खास कमाल नहीं कर सके। इसका उदाहरण इस बात से मिलता है कि गुरदासपुर से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे सनी देओल ने अपने 5 साल के कार्यकाल में सिर्फ 4 सवाल ही पूछे है।
उनकी संसद में मौजूदगी भी 17 फीसदी के करीब ही रही है। वह अपने इलाके में भी बहुत कम दिखाई देते है, जिस कारण लोगों में काफी निराशा पाई जा रही है। हालांकि, सनी देओल ने पिछले दिनों आने वाले लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था, जिसे लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा छिड़ी हुई है। इलाके के विकास में भी उनका कोई खास योगदान नहीं है। यही वजह है कि लोगों में उनके प्रति काफी नाराजगी है। कई बार तो उनके लापता होने के पोस्टर भी विधानसभा क्षेत्र के अलग-अलग इलाकों में लगाए गए हैं।
गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने उन्हें गुरदासपुर से अपना उम्मीदवार घोषित किया था। चुनाव के दौरान सनी देओल ने कांग्रेस उम्मीदवार सुनील जाखड़ को 82,459 वोटों से हराया था। इससे पहले अभिनेता से सांसद बने विनोद खन्ना गुरदासपुर सीट से चार बार 1998, 1999, 2004 और 2014 में जीते थे। 2017 में विनोद खन्ना के निधन के बाद यह सीट खाली हो गई थी, जिसके बाद यहां हुए उपचुनाव के दौरान कांग्रेस के सुनील जाखड़ ने इस सीट पर जीत हासिल की।