Edited By Anjna,Updated: 16 May, 2018 08:21 AM
एक ही दिन में बठिंडा जिले के 4 किसानों ने कर्ज के बोझ तले चलते सिलसिलेवार आत्महत्या कर ली, जिसे लेकर विपक्ष की राजनीति भी गर्माई। 4 किसानों द्वारा आत्महत्या किए जाने को लेकर विपक्षी पार्टियों ने इसे कांग्रेस के माथे पर कलंक बताया। विपक्षी पार्टियों...
बठिंडा/रामपुरा फूल (विजय, स.ह., तरसेम) : एक ही दिन में बठिंडा जिले के 4 किसानों ने कर्ज के बोझ तले चलते सिलसिलेवार आत्महत्या कर ली, जिसे लेकर विपक्ष की राजनीति भी गर्माई। 4 किसानों द्वारा आत्महत्या किए जाने को लेकर विपक्षी पार्टियों ने इसे कांग्रेस के माथे पर कलंक बताया। विपक्षी पार्टियों ने कहा कि कैप्टन सरकार ने चुनावों से पहले किसानों का कर्ज माफ करने का जो वायदा किया था उससे वह भाग खड़े हुए जिस कारण किसान लगातार आत्महत्याएं कर रहे हैं।
अमितपाल सिंह पर था 4 लाख रुपए कर्ज
कर्ज के चलते रामपुरा क्षेत्र के 2 किसानों ने जहर निगल कर आत्महत्या की जबकि मंगलवार को कर्ज की परेशानी के चलते किसान अमितपाल सिंह ने जहर पीकर आत्महत्या कर ली। मृतक किसान निवासी दियालपुरा मिर्जा ने सहकारी बैंक से 5 लाख रुपए का कर्ज लिया था जिसमें से 1 लाख ही वापिस किया था जबकि 4 लाख रुपए कर्ज किसान पर था। कर्ज को लेकर वह लगातार परेशानी में चल रहा था, आज दोपहर उसने खेत में जाकर जहर निगला व आत्महत्या कर ली।
बुध सिंह 5 एकड़ में से 3 एकड़ से अधिक जमीन बेच चुका था
नजदीकी गांव माइसरखाना में कर्ज से परेशान एक किसान ने कीटनाशक निगल कर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। जानकारी देते हुए भाकियू एकता (उगराहां) के ब्लाक मौड़ के अध्यक्ष दर्शन सिंह माइसरखाना ने बताया कि आॢथक स्थिति कमजोर होने के कारण किसान बुध सिंह (60) निवासी माइसरखाना की करीब 5 एकड़ जमीन में से 3 एकड़ से अधिक बिक चुकी थी। अब उसने बाकी बची जमीन पर 1.25 लाख का कर्ज लिया हुआ था जबकि 70 हजार के करीब आढ़ती का कर्ज था।
इस कारण बुध सिंह पिछले कुछ समय से मानसिक तौर पर परेशान था। इसी परेशानी के चलते बुध सिंह ने कीटनाशक निगल कर खुदकुशी कर ली। किसान यूनियन नेताओं ने मांग की है कि पीड़ित परिवार को 10 लाख रुपए का मुआवजा दिया जाए तथा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। इसके साथ ही किसान परिवार का सारा कर्ज भी माफ किया जाए।
जगराज सिंह ने लिया हुआ था 3 लाख रुपए कर्ज
इसी तरह गांव धिंगड़ के किसान जगराज सिंह (50) पुत्र गुरबख्श सिंह ने अपने सिर पर 3 लाख रुपए के कर्ज के कारण जहरीली दवा निगल कर खुदकुशी कर ली। मृतक किसान के पास मात्र एक एकड़ जमीन थी जिस पर उसने सरकारी व गैर सरकारी संस्थाओं से 3 लाख रुपए का कर्ज ले रखा था। थाना फूल प्रभारी इंस्पैक्टर भूपिंद्र सिंह ने बताया कि मृतक किसान के शव को पोस्टमार्टम हेतु सिविल अस्पताल भेज दिया है। दियालपुरा के मृतक किसान का भी पोस्टमार्टम सिविल अस्पताल बङ्क्षठडा में किया गया और शव को परिजनों को सौंप दिया।
4 लाख रुपए का कर्ज लिया हुआ था परमजीत सिंह ने
गांव सिधाना में कर्ज से परेशान एक किसान ने खुदकुशी कर ली। गांव सिधाना के किसान परमजीत सिंह (35) पुत्र गुरदेव सिंह ने कर्ज से तंग आकर अपने घर में फंदा लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। मृतक किसान के भाई काला सिंह ने बताया कि आज करीब 11 बजे परमजीत सिंह घर में अकेला था, उसने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली।
उसने बताया कि मृतक के पास एक कनाल जमीन है और उस पर 4 लाख रुपए का कर्ज था। मृतक अपने परिवार का गुजारा छोटा हाथी चलाकर बड़ी मुश्किल से कर रहा था लेकिन पिछले दिन उसका छोटा हाथी पलट जाने कारण उसका भारी नुक्सान हो गया था जिस कारण परेशानी के चलते ही उसने यह कदम उठाया। मृतक किसान अपने पीछे पत्नी सहित 2 बच्चों को छोड़ गया है। किसान यूनियन के अध्यक्ष सुखदेव सिंह, नंबरदार बूटा सिंह, पूर्व पंच राज सिंह, पंच बूटा सिंह आदि ने प्रांत सरकार से मांग की मृतक किसान के परिवार की आॢथक सहायता की जाए।