Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Sep, 2017 11:00 AM
गत रात जिले में पड़ते कस्बा सूलर घराट के पटाखा गोदाम में हुई आगजनी की घटना जिसमें कई मानवीय जानें मौत के मुंह में चली गई हैं व बाद में चाहे प्रशासन हरकत में आया है परंतु अभी भी जिला संगरूर बारूद के ढेर पर बैठा नजर आ रहा है।
संगरूर(विवेक सिंधवानी,यादविन्द्र): जिले में पड़ते कस्बा सूलर घराट के पटाखा गोदाम में हुई आगजनी की घटना जिसमें कई मानवीय जानें मौत के मुंह में चली गई हैं व बाद में चाहे प्रशासन हरकत में आया है परंतु अभी भी जिला संगरूर बारूद के ढेर पर बैठा नजर आ रहा है। पंजाब केसरी को सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार जिले में करोड़ों रुपए के पटाखे दीवाली पर बेचने के लिए व्यापारियों ने स्टोर करके रख लिए हैं परंतु इन स्टोर किए पटाखों की सुरक्षा के लिए क्या प्रबंध हैं, इस संबंधी कोई पुख्ता जानकारी नहीं।
जानकारी के तहत संगरूर, सुनाम, लहरा, मूनक, दिड़बा, भवानीगढ़, धूरी, लौंगोवाल, मालेरकोटला, अहमदगढ़ व अमरगढ़ सहित कई जगहों पर दीवाली पर बेचने के लिए छोटे व्यापारियों व दुकानदारों द्वारा पटाखे स्टोर किए जा चुके हैं, इनमें से अधिकतर पटाखे बेचने वालों के पास लाइसैंस नहीं हैं। पटाखे स्टोर करने वालों के पास कितनी मात्रा में पटाखे स्टोर हैं, इससे भी जिला प्रशासन अनजान ही है जिला प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा दीवाली मौके शहरों से बाहर किसी खुली जगह पर पटाखे बेचने की हिदायत दी जाती है परंतु दीवाली आने से पहले ये पटाखे कहां सुरक्षित रखे हुए हैं, यह भी एक बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह है।
जिले में सिर्फ आधा दर्जन हैं फायर टैंडर
जिले में आगजनी की घटना पर काबू पाने के लिए सिर्फ आधा दर्जन फायर टैंडर हैं। जानकारी के अनुसार संगरूर में स्थित फायर ब्रिगेड दफ्तर में 2 फायर टैंडर व एक फायर जीप है जबकि 1 पुरानी गाड़ी भी है, उक्त दफ्तर में 3 फायरमैन पक्के हैं जबकि 14 फायरमैन ठेके पर हैं।
फायर टैंडर चलाने के लिए 1 ड्राइवर पक्का
है जबकि 3 ठेके पर रखे हैं, वहीं 4 लैंडिंग फायरमैन की पदवियों में से 1 पदवी ही भरी है व 3 खाली पड़ी हैं। इसके अलावा 2 फायर टैंडर मालेरकोटला, 1 धूरी, 1 सुनाम में है।
ठेके पर रखे फायरमैनों को समय पर नहीं मिलता वेतन
‘पंजाब केसरी’ से बात करते ठेके पर रखे फायरमैनों ने बताया कि उनको कभी भी समय पर वेतन नहीं मिलता व कई बार तो कई-कई महीने वेतन के बिना निकालने पड़ते हैं। उन्होंने मांग की कि उनको समय पर वेतन देने का प्रबंध किया जाए।