Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Dec, 2017 04:56 PM
करीब 5 महीने तक पंजाब में स्टील अलर्ट एस.एम.एस. के जरिए स्टील के रेटों में सट्टेबाजी करवाने के लिए जिम्मेदार मानी जाने वाली स्टील अलर्ट एजैंसियों का धंधा बंद रहने के बाद अब फिर से शुरू हो गया है। इस बार स्टील अलर्ट एजैंसियों ने स्टील अलर्ट के धंधे...
लुधियाना(बहल): करीब 5 महीने तक पंजाब में स्टील अलर्ट एस.एम.एस. के जरिए स्टील के रेटों में सट्टेबाजी करवाने के लिए जिम्मेदार मानी जाने वाली स्टील अलर्ट एजैंसियों का धंधा बंद रहने के बाद अब फिर से शुरू हो गया है। इस बार स्टील अलर्ट एजैंसियों ने स्टील अलर्ट के धंधे को लीगल बनाने के लिए नई रणनीति बना ली है।
ज्ञात रहे कि एशिया की सबसे बड़ी लोहा मंडी गोबिंदगढ़ में सरगर्म कई स्टील अलर्ट एजैंसियों के मैन्युप्लेटिड संदेशों से पिछले 7 से 8 वर्षों से पूरे भारत समेत विदेशों का पूरा स्टील कारोबार सट्टेबाजी से प्रभावित हो रहा है।
इस स्टील माफिया से जुड़े लोगों के तार मंडी गोबिंदगढ़, लुधियाना, दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र, भावनगर, छत्तीसगढ़, दुर्गापुर, भिलाई, कानपुर, रायगढ़, मुजफ्फरनगर, जयपुर समेत स्टील स्क्रैप के हब दुबई तक जुड़े हुए बताए जाते हैं। इस गोरखधंधे से जुड़े कुछ स्टील सटोरिए अपना प्रॉफिट बुक करने के चक्कर में इन स्टील अलर्ट एजैंसियों के माध्यम से मनमर्जी के मुताबिक तेजी और मंदी के रेटों के मैसेज फ्लैश करवाकर सट्टेबाजी को अंजाम देते हैं। इसके चलते पंजाब की मंडी गोबिंदगढ़ और लुधियाना की करीब 50 फीसदी से ऊपर सैकेंडरी स्टील फर्नेस और रोलिंग मिल इंडस्ट्री स्टील अलर्ट के जरिए होने वाली सट्टेबाजी का शिकार बनकर तालाबंद हो चुकी है।
बता दें कि स्टील के रेटों की सट्टेबाजी से परेशान होकर मंडी गोबिंदगढ़ फर्नेस संघ के प्रधान महेंद्रपाल गुप्ता और अन्य स्टील कारोबारियों की शिकायत पर स्टील अलर्ट संदेशों के लिए जिम्मेदार मंडी की स्टील अलर्ट एजैंसियों के 3 संचालकों पर पुलिस ने जून माह में मामला दर्ज करके उन्हें हिरासत में ले लिया था, जिसके बाद पंजाब में स्टील अलर्ट संदेश बंद होने से स्टील फर्नेस एवं रोलिंग मिल्स कारोबारियों ने राहत की सांस ली थी। पंजाब में स्टील अलर्ट एजैंसियों के संचालकों ने अब स्टील अलर्ट को कानूनी लिबास ओढ़ाने के लिए स्टील ग्राहकों से ई-मेल और व्हाट्सएप के जरिए फार्म भरकर लिखित स्वीकृति लेकर अपना धंधा फिर से शुरू कर दिया है, जिससे ग्राहकों को स्टील के रेटों के संदेश आने से स्टील की कीमतों में दिन में कई बार उठापटक का सिलसिला फिर से शुरू हो गया है।