Edited By Sunita sarangal,Updated: 12 Jul, 2020 10:35 AM
हलकी-हलकी बरसात और ठंडी-ठंडी हवा के चलते खुशनुमा मौसम में संगतें सच्चखंड श्री हरमंदिर साहिब में नतमस्तक हुईं।
अमृतसर(अनजान): हलकी-हलकी बरसात और ठंडी-ठंडी हवा के चलते खुशनुमा मौसम में संगतें सच्चखंड श्री हरमंदिर साहिब में नतमस्तक हुईं। आसमान पर गहरे काले रंग के बादल छाए हुए थे और हलकी बूंदाबांदी तन को सकून दे रही थी। संगतें सतिनाम वाहिगुरू का जाप करते किवाड़ खुलने पर श्री हरमंदिर साहिब पहुंचे और ईश्वरीय वाणी के कीर्तन का आनंद माना। श्री आसा जी की वार के कीर्तन की आरंभात के साथ ही श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूप का प्रकाश श्री हरमंदिर साहब में हुआ। ग्रंथी सिंह ने मुख्य वाक्य लिया, जिसकी कथा गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब दीवान हाल से गई।
इस उपरांत संगतों ने परिक्रमा के स्नान की सेवा के साथ-साथ छबील और ठंडे-मीठे जल वरताए। शहर के नजदीक के गांवों से आई संगतों ने गुरू रामदास लंगर में सेवा की।