Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Oct, 2017 11:18 AM
सर्द ऋतु की दस्तक के साथ ही सड़कों के किनारे गुड़ व शक्कर तैयार करने वाले प्रवासी व्यापारियों के बेलने प्रफुल्लित होने लगते हैं। जिस गुड़ व शक्कर की मिठास को स्वाद के साथ चखा जाता है, वास्तव में वह मीठा जहर है।
होशियारपुर (जैन): सर्द ऋतु की दस्तक के साथ ही सड़कों के किनारे गुड़ व शक्कर तैयार करने वाले प्रवासी व्यापारियों के बेलने प्रफुल्लित होने लगते हैं। जिस गुड़ व शक्कर की मिठास को स्वाद के साथ चखा जाता है, वास्तव में वह मीठा जहर है।
इस मीठे जहर की आज उस समय पोल खुली जब जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. सेवा सिंह के नेतृत्व में टीम ने होशियारपुर-टांडा रोड पर ऐसे ही एक बेलने पर जब छापा मारा तो हैरतअंगेज राज सामने आए। गुड़ व शक्कर तैयार करने के लिए जहरीली बूटी, जहरीले रंग, रिंडी का तेल व कपड़ों का रंग उड़ाने वाला जहरीला रंगकाट इस्तेमाल किया जा रहा था। यह रंगकाट गुड़ की लुक बढिय़ा बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
चीनी की हो रही है मिलावट
इस बेलने से बड़ी तादाद में घटिया चीनी भी बरामद की गई जिसकी मिलावट गुड़ व शक्कर में की जा रही है। अपेक्षाकृत इस चीनी की कीमत काफी कम है तथा इसे गुड़ व शक्कर में मिला कर काफी महंगे दाम वसूले जा रहे हैं।
पनप सकती हैं कैंसर जैसी बीमारियां
सम्पर्क करने पर सिविल सर्जन डा. रेणु सूद ने बताया कि गुड़ व शक्कर बनाने में जिस प्रकार के जहरीले कैमिकल इस्तेमाल किए जा रहे हैं, इनसे कैंसर व पेट की भयंकर बीमारियां पनप सकती हैं जोकि मानवीय सेहत के साथ खिलवाड़ है। उन्होंने कहा कि इन बेलने वालों को चेतावनी दी गई है कि अगर ये फिर भी बाज न आए तो पुलिस कार्रवाई होगी।