Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Aug, 2017 09:43 AM
डेरा मुखी को सी.बी.आई. कोर्ट द्वारा साध्वी यौन शोषण मामले में दोषी करार देने के बाद सजा सुना दी गई है।
तलवंडी साबो (मुनीष): डेरा मुखी को सी.बी.आई. कोर्ट द्वारा साध्वी यौन शोषण मामले में दोषी करार देने के बाद सजा सुना दी गई है। इस मामले में पीड़ित साध्वियों व लड़कियों को लंबे समय की मशक्कत के बाद इंसाफ मिला है और सी.बी.आई. विशेष अदालत द्वारा दिए गए डेरा मुखी विरोधी फैसले का, सरबत खालसा द्वारा तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार बनाए गए भाई बलजीत सिंह खालसा दादूवाल ने खूब स्वागत किया।
उन्होंने कहा कि डेरा सिरसा मुखी संबंधी आए फैसले से सी.बी.आई. और अदालतों में आम लोगों का विश्वास बढ़ा है और आस लगी है कि डेरा मुखी से संबंधित बाकी केसों रामचंद्र छत्रपति हत्याकांड, रणजीत सिंह खानपुर कोलिया हत्याकांड, फकीर चंद लापता कांड और डेरा पैरोकारों को नपुंसक बनाए जाने का फैसला भी सी.बी.आई. निष्पक्ष तरीके से हैंडल कर न्याय करे। जत्थेदार दादूवाल ने कहा कि डेरा सिरसा मुखी के गुनाहों की सूची बड़ी लंबी है, जो धीरे-धीरे सामने आएगी। उन्होंने तलाशी दौरान डेरा सिरसा से संबंधित कई नामचर्चा घरों से हथियार मिलने को अति ङ्क्षचताजनक बताते हुए कहा कि मुख्य डेरा सिरसा व सलाबतपुरा में से ऐसा कुछ और भी निकलने की उम्मीद है, जो लोगों को हैरान करके रख देगा।
उन्होंने कहा कि डेरा सिरसा प्रेमियों को भी अब सच समझना चाहिए व अपने मूल धर्म की ओर लौटना चाहिए। डेरा मुखी और न्यायपालिका में पार्टी न बनने की सरबत खालसा जत्थेदार साहिबान द्वारा जारी की अपील पर पहरा देते हुए इस मामले में न आने पर समूह सिख संगत का जत्थेदार दादूवाल ने अपील की कि वह आगे भी इस मामले से पूरी तरह दूर रहकर अमन-शांति बनाए रखें, क्योंकि कानून ने अब अपना काम करना शुरू कर दिया है।