Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 May, 2017 12:23 PM
अकाली-भाजपा सरकार ने आम लोगों को सुविधा देने के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च कर पूरे पंजाब में ग्रामीण सेवा केंद्र खोले थे ताकि ग्रामीण
होशियारपुर(जैन): अकाली-भाजपा सरकार ने आम लोगों को सुविधा देने के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च कर पूरे पंजाब में ग्रामीण सेवा केंद्र खोले थे ताकि ग्रामीण लोगों को शहर में आकर धक्के न खाने पड़ें लेकिन पंजाब में सत्ता परिवर्तन होने के बाद कांग्रेस सरकार ने आते ही ग्रामीण सेवा केंद्रों को बंद करने के फरमान जारी कर दिए। अगर पिछली सरकार ने सेवा केंद्रों को खोलने के समय सभी इलाकों में सर्वे करवाए होते और इसके लोगों को मिलने वाले फायदों व सरकार पर पडऩे वाले बोझ को देखा होता तो यह दिन न देखना पड़ता।
उक्त विचार आम आदमी पार्टी (आप) के नेता परमजीत सिंह सचदेवा ने ग्रामीण सेवा केंद्रों को बंद न करने की मांग को लेकर आज डी.सी. विपुल उज्ज्वल को मांग पत्र देने के उपरांत व्यक्त किए। परमजीत सिंह सचदेवा ने कहा कि अकाली-भाजपा सरकार ने करोड़ों-अरबों रुपए लगा कर ये ग्रामीण सेवा केंद्र खुलवाए थे और सेवा केंद्रों के खुलने से अकाली-भाजपा नेताओं ने अपने फायदों को ही सोचा था। लोगों के हितों को नहीं देखा की यह करोड़ों-अरबों रुपए लोगों के टैक्सों से ही प्राप्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण सेवा केंद्र में मुलाजिमों को भर्ती करने के लिए ठेका एक कंपनी को दिया गया था लेकिन सत्ता परिवर्तन होने के बाद अब कांग्रेस को ग्रामीण सेवा केंद्र घाटे का सौदा लग रहे हैं और वह उन्हें बंद करने का फैसला ले रही है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण सेवा केंद्रों के बंद होने से इसके मुलाजिम कहां जाएंगे।
200 मुलाजिम होंगे बेरोजगार
मांग पत्र में बताया कि जिला में यह सेवा केंद्र बंद होने से करीब 200 मुलाजिम रोजगार से वंचित हो जाएंगे। इसीलिए आम आदमी पार्टी प्रशासन के माध्यम से पंजाब सरकार से मांग करती है कि ग्रामीण सेवा केंद्रों को बंद करने का फैसला वापस लिया जाए, मुलाजिमों का वेतन तुरंत अदा किया जाए। प्रतिनिधिमंडल में सुलखन सिंह जग्गी, पवन सैनी, राजेश सैनी, कुलभूषण, भजन लाल खालसा, गुरदीप सिंह, गुरप्रीत साहनी जसदीप सिंह, अजायब सिंह भी मौजूद थे।