Edited By Updated: 16 Nov, 2016 04:36 PM
गांव खोथड़ा में दादा के साथ खेल रही 2 साल की मासूम रोशनी को अगवा कर उसकी हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस पूछताछ के दौरान कई खुलासे हुए हैं।
नवांशहर(मनोरंजन, त्रिपाठी): गांव खोथड़ा में दादा के साथ खेल रही 2 साल की मासूम रोशनी को अगवा कर उसकी हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस पूछताछ के दौरान कई खुलासे हुए हैं। थाना बहराम के एस.एच.ओ. सुरिंद्र चांद के अनुसार गिरफ्तार तीनों आरोपियों में ऋषि की उम्र भले ही 14 साल है। मगर उसका दिमाग उम्र के हिसाब से ज्यादा तेज है।
नाबालिग होने पर पहले उसे होशियारपुर जुवेनाइल होम ले जाया गया था लेकिन छोटी उम्र में संगीन अपराध करने पर उसे होशियारपुर की बजाय फरीदकोट ऑब्जर्वेशन होम भेजा गया है। इस मामले दूसरा बड़ा खुलासा यह हुआ है कि आरोपियों ने फिरौती मांगने के लिए जो सिम इस्तेमाल की, वह फगवाड़ा की एक फोटोग्राफी व स्टेशनरी की दुकान से खरीदी थी। पुलिस ने किसी और के दस्तावेजों और किसी और के नाम पर सिम एक्टीवेट करने के आरोप में दुकानदार ललित कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है।
एस.एच.ओ. बहराम सुरिंद्र चांद ने बताया कि आरोपी हरमन व गोयल कुमार को मंगलवार को नवांशहर की अदालत में पेश किया गया। पुलिस ने अदालत के सामने यह बात रखी कि पुलिस को अभी तक रोशनी के कपड़े और जिस नाले से बच्ची का गला दबाया गया, उसे रिकवर करना है जिस पर अदालत ने दोनों आरोपियों को 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
आरोपियों को सिम उपलब्ध करवाने वाले आरोपी ललित को अदालत में पेश किया गया इस पर अदालत ने उसे 2 दिन के रिमांड पर भेज दिया। एस.एच.ओ. ने बताया कि रिमांड के दौरान गोयल ने बताया था कि उन्हें फगवाड़ा के एक फोटोग्राफी व स्टेशनरी की दुकान करने वाले उक्त आरोपी ने 350 रुपए में बिना किसी प्रूफ लिए सिम उपलब्ध करवाई थी जिससे फोन करके उन्होंने मृतक रोशनी के पिता से 50 लाख रुपए की फिरौती मांगी थी। वैसे सिम असल में गांव भुल्लाराई के मलकीयत का था। आरोपी ललित ने मलकीयत के दस्तावेजों को फोटोस्टेट करके उसके नाम पर सिम हासिल कर गोयल को बेच दिया था।